
देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई प्रकार के प्रयास किए गए। आज से कई वर्षों पहले जब भारत देश अंग्रेजों के गुलाम था। तब महात्मा गांधी ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई आंदोलन चलाए थे। गांधी जी द्वारा विदेशी सामानों का बहिष्कार करने के लिए चलाए गए। आंदोलन भारत को स्वतंत्रता दिलाने में महत्वपूर्ण मददगार साबित हुए। महात्मा गांधी जी ने भारतीय वस्त्र का उपयोग करने के लिए लोगों के घर-घर जाकर उन्हें प्रेरणा दी और विदेशी वस्त्रों के बहिष्कार की सलाह दी। इतना ही नहीं महात्मा गांधी ने अंग्रेजो द्वारा भारतीय जमीन पर की जाने वाली नील की खेती का पूरी तरह से विरोध किया और इसका भारत से बहिष्कार किया। क्योंकि नील की खेती करने पर जमीन बंजर हो जाती है और ऐसे में इसका सबसे ज्यादा नुकसान भारतीय लोगों को होना था।
प्रस्तावना
देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए महात्मा गांधी द्वारा किए गए प्रयास आज भी सहारनीय है। महात्मा गांधी जी ने आत्मनिर्भर भारत को लेकर कई अभियान चलाए और उसके पश्चात भारत को स्वतंत्रता दिलाई। भारत को स्वतंत्रता मिलने के कुछ सालों पश्चात धीरे-धीरे उन्हें भारत में विदेशी सामान आना शुरू हुआ और आज के समय देखा जाए, तो अधिकतम सामान भारत में विदेशी कंपनियों द्वारा बनाया गया है। मुख्य तौर पर चीनी सामान का उपयोग भारत में खुब किया जा रहा है़। अतः इन्हीं विदेशी सामान के बहिष्कार और भारतीय सामान के उपयोग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान चलाया गया है।
आत्मनिर्भर भारत का मतलब (Atmanirbhar Bharat)
आत्म निर्भर देश को बनाना इसका मतलब यह है, कि देश और दुनिया में वह देश किसी अन्य देश के आगे कोई भी चीज को लेकर गिड़गिड़ाएगा नहीं। मतलब यह है, कि देश अपने खुद के बलबूते पर हर प्रकार के प्रोडक्ट का निर्माण करेगा। हर प्रकार के कार्य को करने में स्वयं सक्षम है। इसका परिणाम दुनिया को दिखा सकता है। भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का एक मुख्य अभियान चलाया है। इस अभियान के अंतर्गत मुख्य रूप से चीनी सामानों का बहिष्कार करने की सलाह दी जा रही है।
हालांकि सिर्फ चीनी सामान का बहिष्कार करने से भारत आत्मनिर्भर नहीं बन जाएगा। लेकिन देखा जाए तो भारत में मुख्य तौर पर चीनी सामान का उपयोग किया जा रहा है। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले चीन पर निशाना साधते हुए चीनी सामान का उपयोग न करने की सलाह दी है। चीनी सामान का उपयोग न करने की सलाह देने के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑनलाइन सेक्टर में भी चाइना को एक तगड़ा झटका दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चाइना के लोकप्रिय एप्लीकेशन टिक टॉक के साथ 59 एप्लीकेशन को भारत से बैन कर दिया इसके अलावा कई प्रकार के प्रोजेक्ट में चाइना की हिस्सेदारी को हटा दी। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भविष्य में और भी सख्त कदम उठा सकते हैं। कई बड़े-बड़े प्रोजेक्ट जो चाइना के द्वारा भारत में लॉन्च होने वाले थे, उनको भी रोक दिया गया है।
आत्मनिर्भर भारत के लिए मोदी जी का योगदान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आत्म निर्भर भारत के लिए यह कदम कोरोनावायरस के भारत में फैलने के पश्चात उठाया गया है। हालांकि इससे पहले भी भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए महात्मा गांधी जी ने भी कई प्रयास किए थे। महात्मा गांधी जी ने भी विदेशी कपड़ों का बहिष्कार करने को लोगों को कहा था और खादी कपड़े जो भारत में बनते थे। उनका उपयोग करने के लिए कई आंदोलन चलाए थे। आखिर में महात्मा गांधी जी ने भारत को अंग्रेजों से आजाद करवा दिया था। लेकिन धीरे-धीरे अब आज के समय में देखा जाए तो अधिकतम चीनी सामान यहां विदेशी सामान का उपयोग भारत में किया जा रहा है। ऐसे में भारत की आर्थिक स्थिति और अर्थव्यवस्था दोनों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
कोरोना वायरस के चलते तीसरे लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात में कहा था, कि भारत को आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि ऐसा सिर्फ मैं अकेला नहीं कर सकता हूं। हम सब को एक दूसरे का हाथ मिलाकर इस अभियान को आगे चलाना होगा। तभी सभी विदेशी सामानों का बहिष्कार हो पाएगा। जब सभी लोग इस अभियान का पूरी तरह से सहयोग करेंगे तब भारत पूरी तरह से आत्मनिर्भर बन पाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस भाषण के पश्चात हजारों लोगों ने अपने घर से चीनी सामानों का बहिष्कार किया। इतना ही नहीं कई लोगों ने अपने घर से चाइना के मोबाइल और स्मार्ट टीवी को तोड़कर उनको जला दिया था।
देश का आत्मनिर्भर होना बहुत ही जरूरी है। आज दुनिया को भारत की उन्नति पर गर्व है। भारत कई गुना अधिक विकसित हो सकता है। इसके लिए भारत को आत्मनिर्भर बनना जरूरी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी विचारधारा को आगे बढ़ाया है। भारत की इकोनामी को मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर अभियान शुरू किया है।
इस अभियान को हर हाल में देश में लागू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपए की घोषणा की इस घोषणा के तहत भारत में लघु और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा भारत मैं प्रोडक्ट का उत्पादन किया जाएगा। ताकि लोगों को विदेशी प्रोडक्ट का उपयोग ना करना पड़े। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई। घोषणा के अंतर्गत 2000000 करोड रुपए जो कि भारत की कुल जीडीपी का 10% हिस्सा है।
हाल ही में सरकार द्वारा कोरोना संकट से जुड़ी कई आर्थिक घोषणाएं की थी। उसके साथ ही 2000000 करोड रुपए का यह पैकेज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आत्म निर्भर भारत अभियान को एक नई दिशा देने के लिए घोषित किया गया है। आत्मनिर्भर भारत के इस संकल्प को सिद्ध करने के लिए इस पैकेज के जरिए सभी लघु और मध्यम उद्योगों को पूरी तरह से जोर दिया गया है।
यह पैकेज जिसमें हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, लघु – मंझौल उद्योग को शुरू किया जाएगा। जिससे करोड़ों लोगों को रोजगार का साधन मिलेगा और भारत में अत्यधिक मात्रा में सभी प्रकार के सामान व प्रोडक्ट का उत्पादन होना शुरू होगा। यह कदम भारत को आत्मनिर्भर बनाने के संकल्प का एक मुख्य और मजबूत आधार है। प्रधानमंत्री द्वारा घोषित किए गए इस पैकेज से श्रमिकों और किसानों को बहुत ज्यादा फायदा होगा। इस आत्मनिर्भर भारत अभियान में कई नए उद्योग शुरू होंगे। इसके लिए सरकार ने उद्योग शुरू करने में मदद करेगी मदद के रूप में योग्यता के अनुसार और उद्योग के अनुसार सरकार द्वारा लोन राशि दी जाएगी। ताकि आम आदमी लघु उद्योग की शुरुआत करके खुद की बेरोजगारी को दूर कर सकें।