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Essay on Achievements of India in Science and Technology

बढ़ते पीढ़ी के साथ भारत में विज्ञान और तकनीक का बहुत विकास हुए है। पूरे विश्व में बहुत सारे वैज्ञानिक समूह है और भारत के पास भी विश्व का सबसे बड़ा वैज्ञानिक समूह है। जैसे जैसे पीढ़ी बदलती जा रही है हमारे विज्ञान का उतना ही विकास होता जा रहा है सभी वैज्ञानिक (Essay on Achievements of India in Science and Technology) कुछ ना कुछ खोज करने में लगे ही हुए है। प्राचीन काल से लेकर अभी तक भारत की उपलब्धियों से देश का नाम रोशन हुआ है। एक देश को विकसित बनाने के लिए विज्ञान की बहुत आवश्यकता होती है। विज्ञान और उनकी तकनीकों से आज मनुष्य का जीवन बहुत ही शानदार हो गया है, उनका कार्य बहुत ही आसानी से हो जाता है।

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 भारतिया वैज्ञानिकों की उपलब्धिया (Achievements of Indian Scientists) :-

भारत के ऐसे कई सारे वैज्ञानिक है जिन्हें उनके आविष्कार व खोज से उन्हें बहुत बड़े नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, उनमें से कुछ वैज्ञानिकों के नाम निम्न है –

  • सन् 1930 में भौतिशास्त्र के प्रकाश का प्रकीर्णन के आविष्कार लोगो को बहुत पसंद आया तो चंद्रशेखर वेंकट रमन को नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • सन् 1983 में सूब्रमन्यन चंद्रशेखर को नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया उनके सितारों के आविष्कार के लिए।
  • सन् 1968 में हर गोविंद खोराना को उनके साइकॉलजी और दवाइयों के खोज के लिए नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

              ऐसे ही बहुत सारे वैज्ञानिक है जिन्होंने अपने कार्यों से भारत का नाम रोशन किया है।

अंतरिक्ष के ज्ञान में उपलबध्यिों :-

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन अथवा इसरो के वैज्ञानिकों द्वारा अंतरिक्ष में भेजे जाने के लिए बहुत सारे सैटेलाइट व रॉकेट का प्रक्षेपण किया। जैसे कि रोहिणी नामक उपग्रह के परीक्षण के लिए SLV-3 का आविष्कार हुआ, मंगलयान मंगल ग्रह में जाने के लिए बनाया गया, और तो और मंगलग्रह तक पहुंचने में भारत का सबसे बड़ा हाथ रहा है और सबसे पहले मंगल ग्रह तक भारत ही पहुंचा था, चंद्रयान का निर्माण भी इसरो के वैज्ञानिकों द्वारा हुआ था, ध्रुवीय उपग्रह प्रशिक्षण के लिए PSLV का निर्माण हुआ। और ऐसी कई सारे आविष्कार हैं जोकि अंतरिक्ष तक पहुंचने के लिए इसरो के वैज्ञानिकों का प्रयास रहा है और सफल हुआ है। हमारे भारत देश का नाम विज्ञानिक पर तकनीकी दोनों छेत्र में आगे है इसका कुछ श्रेय इसरो के वैज्ञानिकों को भी जाता है।

कृषि क्षेत्र में विज्ञान का हाथ:-

प्राचीन समय में कृषि क्षेत्र में कार्य हाथों और मजदूरों द्वारा कराया जाता था। जैसे-जैसे प्राचीनता बढ़ती गई वैसे वैसे आधुनिकता भी आते गए। हर कोई हर तरफ आधुनिक हो गया वैसे मैं कृषि क्षेत्र में विज्ञान (Essay on Achievements of India in Science and Technology) ने अपने कदम रखा। वहां पर लोगों द्वारा नई-नई तकनीकों का आवाजाही लगना चालू हो गया। देखते ही देखते हर तरफ विज्ञान ने अपना हाथ फैला लिया। मिलने वाले खाद जैसे पेस्टी साइज इंडस इंसेक्टिसाइड और अन्य फर्टिलाइजर्स साइंस के तकनीकों से बनाए जाने लगे। खेती किसानी करने वाले औजार तकनीकी तौर पर काम करने लगे। हर कुछ बदल रहा था उसी प्रकार कृषि क्षेत्र में पूरी तरीके से कार्यभार में बदल गया। हर तरफ विज्ञान का उपयोग होने लग गया धीरे-धीरे खेती किसानी में विज्ञान पूरी तरीके से घुस गया।आजकल फसलों की कटाई बीच की रोपाई वह जमीन में खुदाई हर कुछ विज्ञान की मदद से और तकनीकी हजारों से चंद मिनटों में करा लिया जाता है। इससे वैसे तो कोई नुकसान नहीं है परंतु इसकी मदद से आराम से होने वाले काले भी जल्दी होने लगी है चंद मिनटों में बीज रोपण और फसलों की कटाई होनी शुरू हो गई।

विज्ञान और उनके तकनीकों के फायदे :-

भारत का विकास विज्ञान से ही हुआ है। मनुष्य के कार्य विज्ञान के साथ बहुत ही आसान होता जा रहा है। कृषि क्षेत्र में भी केमिकल की मदद से फसल जल्दी-जल्दी पड़ जाती हैं और फल भी आने लगते हैं इससे कम समय में ज्यादा मुनाफा होता है। वैज्ञानिक इलेक्ट्रिक के सामान से लोगों को उनका जीवन बहुत ही आसान लगने लगता है। आजकल बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों में भी मजदूरों की जगह मशीनों का उपयोग किया जाता है इससे दुगनी तेजी से काम होता है। विज्ञान और तकनीक के फायदे हम अपनी जिंदगी में बहुत सारे देखते हैं जैसे समय का बचत हो जाता है और दूसरे कार्यों के लिए हमें बहुत सारा समय मिल जाता है। विज्ञान और शिक्षा क्षेत्र में भी तकनीक बहुत काम आती है जैसे पहले पढ़ने के लिए हमें शिक्षकों के पास जाना पड़ता था परंतु अब इंटरनेट से हम सब पढ़ लेते है। विज्ञान के तकनीक पढ़ाई को भी सुविधाजनक बनाता जा रहा है ।

भारत के तकनीकी विकाश:-

जैसा कि आप सबको पता है दुनिया की दूसरी सबसे ज्यादा आबादी भारत में है। कोई भी तकनीक को जब लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है वो उतना ही विकसित होते जाता है। भारत के सभी आबादी मिलकर अगर उस तकनीक का इस्तेमाल करेंगे तो उसका विकास की गति दुगनी तेजी से बढ़ने लग जाती है। वैज्ञानिकों द्वारा किए गए बहुत से आविष्कार है जोकि भारत के तकनीक को विकास की ओर ले जा रहे हैं, जैसे –

  • मोबाइल फोन व अन्य तकनीकी सामान जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का संचार हो, आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस वर्तमान काल में लोगों की आवश्यकता बनती जा रही है कि हमारे काम को और भी आसान बना रहा है। लोगों को यह तकनीक जिस प्रकार पसंद आ रहे हैं भविष्य में इसकी मांग और भी ज्यादा बढ़ जाएगी।
  • प्राचीन काल में घरों में खाना बनाने के लिए कोयले के चूल्हे का इस्तेमाल होता था जिससे प्रदूषण बढ़ता था। इसी को देखते हुए वैज्ञानिकों द्वारा गैस सिलेंडर की चूल्हे को बनाया जिससे कि खाना बनाने में और भी आसानी होने लगी। वर्तमान काल में सिलेंडर के साथ-साथ इंडक्शन नामक चूले का भी इस्तेमाल लोग घर में करने लगे हैं यह इंडक्शन इलेक्ट्रिसिटी से चलने वाली मशीन होती है, इससे खाना बनाना और भी आसान हो गया। बढते तकनीक के साथ-साथ रसोई की सुविधाएं भी तकनीकों द्वारा बढ़ाई जा रही है। यह व्यक्ति के दिनचर्या को और भी आसान बना रही है।
  • पहले के समय में बड़े बड़े बीमारी जैसे कैंसर का इलाज होना नामुमकिन सा था परंतु आज के समय में कैंसर का इलाज हो सकता है और तो और कैंसर के लिए बहुत से तकनीकों का निर्माण किया गया है जिससे लोगो की जान सही समय पर बच सके। नए नए तकनीकों से चिकित्सा क्षेत्र में भी कई सारे विकास हुए है।
  • मेट्रो का आविष्कार करना भी विज्ञान के तकनीक का एक विकास ही है। ये आपको एक स्थान से दूसरे स्थान बहुत ही कम समय पे पहुंचा देती है इससे व्यक्ति का समय बचता है और वह अपने कार्य को अंजाम दे पाता है। वैसे तो पूरे भारत में मेट्रो ट्रेन नहीं है परंतु आने वाले समय में ये हर राज्य में आपको देखने को मिल सकता है। इस भागदौड़ के समय में मेट्रो आपके समय को बचाता है ।
  • इस इंटरनेट के जमाने में 4G का निर्माण होना भी लोगो की बहुत मदद कर रहा है। बढ़ते समय के साथ ये तकनीक का इस्तेमाल भी बढ़ता जा रहा है। इंटरनेट का इस्तेमाल आजकल बच्चे से लेकर बड़े सब कर रहे हैं शिक्षा के क्षेत्र में भी इंटरनेट बहुत काम आता है। 4G  का इस्तेमाल जिस प्रकार बढ़ रहा है आने वाले भविष्य में अंदाजा लगाया जा सकता है कि 5G का निर्माण भी हो सकता है। 5G जैसे फास्ट इंटरनेट के आविष्कार के लिए वैज्ञानिक अपने कदम बढ़ा चुके हैं और यह जल्दी पूरी दुनिया में आ जाएगा।

निष्कर्ष:-

बदलते पीढ़ी के साथ विज्ञान के तकनीक भी बढ़ते जा रहे है। विज्ञान के कारण भारत को बहुत से उपलबध्यिों मिली है। विज्ञान के फायदे के साथ थोड़ा बहुत नुकसान भी है क्योंकि अगर विज्ञान बढ़ता गया तो मनुष्य की कोई भी महत्व नहीं रह जाएगा मनुष्य का सारा काम मशीन करने लगेगा और ये मनुष्य के लिए घातक भी साबित हो सकता है। ऐसे तो विज्ञान (Essay on Achievements of India in Science and Technology) हर क्षेत्र में अपने अपने कदम बहुत तेजी से बढ़ा रहा है परंतु इसके कुछ ऐसे भी दुष्परिणाम है जिनके कारण साइंस हानि की ओर बढ़ रहा है। आजकल व्यक्ति विज्ञान के माध्यम के और जैसे-जैसे बढ़ रहा है उसका दिमाग वैसे तो गलत चीजों की संगत में पढ़ रहा है। लोग विज्ञान की ओर अपने हाथ को फैला रहे हैं परंतु मैं अपनी कार्यक्षमता को धीरे धीरे कम करते जा रहे हैं। विज्ञान की तरक्की के साथ-साथ व्यक्ति अपने दिमाग का काम कर रहे हैं।