Essay on addiction in Hindi को सही से परिभाषित किया जाय तो इस का सीधा मतलब है बुरी आदत की लत। जब इंसान को किसी भी बुरी चीज़ से बहुत अधिक लगाव बढ़ जाता है और वह लगाव उसकी आदत में बदल जाता है तब वह चाह कर भी इस आदत से छुटकारा प्राप्त नहीं कर पाता है। जिसे एडिक्शन या लत लगना कहते हैं।
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Causes and Effect on Addiction:
Addiction यानी की लत किसी भी चीज़ से संबंधित हो सकती है, वह चाहे किसी प्रकार का नशा हो, किसी से अधिक लगाव, किसी वस्तु की ओर अधिक व्यसन आदि। व्यसन या लत या addicton जब बढ़ जाता है तो व्यक्ति खुद के साथ साथ अपने परिवार का भी नुकसान करता है।
दोस्तों, Essay on Addiction in Hindi के अंतर्गत आज हम आपको कई तरह की लत या व्यसन के बारे में बताएंगे। जिसे जानने के बाद आपको पता लग जायेगा कि addiction कितना खतरनाक हो सकता है। इस addiction या लत में आकर कई बार लोग अपनी जान भी गवा बैठते हैं। इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको मोबाइल, टेक्नोलॉजी, सोशल मीडिया, वीडियो गेम, कंप्यूटर, इंटरनेट, जंक फ़ूड, अल्कोहल से संबंधित व्यसन या लत के बारे में बतायेंगे, जिनसे हमें पता चलेगा की किसी भी चीज़ का अधिक एडिक्शन कितना नुकसानदायक है और इसके साथ इसका निवारण क्या हो सकता है।
Essay on Addiction of Mobile phones and Computers and Effects and Causes as well as:
आज हर कोई मोबाइल और कंप्यूटर जैसे उपकरणों से गिरा हुआ नजर आता है। जो कि बेहद नुकसानदायक बन चुका है।
Mobile Phones:
आज के युग में मोबाइल हर किसी के पास उपलब्ध है लेकिन मोबाइल के बिना व्यक्ति को काफी असहाय महसूस होने लगता है। इससे ही हम अनुमान लगा सकते हैं कि मोबाइल हमारे जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण बन गया है। आज कल तो मोबाइल एक नशा बन चुका है। मोबाइल को खुद से दूर रखना आज की युवा पीढ़ी के लिए बहुत कठिन हो गया है।
आज के युवाओं में मोबाइल की लत के प्रमुख कारण आज के समय में मोबाइल में कई सारे एप्लीकेशंस हैं, जो मोबाइल में आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं और इसमें समय व्यतीत करते हुए लोगों को मोबाइल की लत लग जाती है। इनमें व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, ट्विटर आदि शामिल है। यही कारण है कि युवाओं के साथ addiction to mobile phone की समस्या गंभीर रूप से सामने आती हुई नजर आ रही है।
Computer:
आइए आज हम बात करते कंप्यूटर की लत के बारे में कंप्यूटर भी मोबाइल के जैसा ही एक यंत्र है जो हर किसी के पास होता है। मोबाइल में डाटा ना होने पर इंटरनेट अपने कंप्यूटर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं जिन्हें इंटरनेट की लत होती है वहा असहजता होने की स्थिति में इन्टरनेट की लत होती हैं। विभिन्न तरह के registration, मनोरंजन सब इन्टरनेट के माध्यम से होते हैं। इसी वजह से ज्यादातर लोग कंप्यूटर के लत के शिकार हो जाते हैं।
अधिकांश, विश्व में सूचनाओं का आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए और किसी भी बड़ी गणना को क्षण भर के समय में करने के लिए कंप्यूटर की रचना की गई थी। इसके दुरुपयोग या अधिक उपयोग की वजह से लोग कंप्यूटर की लत के शिकार होते जा रहे हैं।
इन्टरनेट की लत मनुश्य को को वास्तविक दुनिया से बाहर काल्पनिक दुनिया में ले जाता हैं। इन्टरनेट की उत्पत्ति का सबसे बड़ा कारण एक कंप्युटर से जोड़ना था।
Effects of Addiction to Mobile and Computer
मोबाइल या कंप्यूटर के नशे और इससे व्यक्ति पर पड़ने वाले प्रभाव की बात करें तो हम अपना आधा समय व्यतीत कर देते हैं। पूरे दिन मोबाइल का प्रयोग करने से कई प्रकार के रोग उत्पन्न होते हैं जैसे- आँखों का कमजोर होना, सर में दर्द होना, तनाव, अनिद्रा, कम सुनाई पड़ना आदि।
Essay on Addiction of Video Games:
आइए आज हम बात करते वीडियो गेम के बारे में, वीडियो गेम एक इलेक्ट्रॉनिक अथवा intractive गेम हैं जो इसकी ध्वनि का बुरा प्रभाव पड़ता हैं। जो कि ध्वनि प्रभाव और जटिल ग्राफिक्स के लिए जाने जाते हैं। इसको आप टेलीविजन सेट पर या कंप्यूटर पर तारों से जुड़े एक गेम बॉक्स मे स्थापित कर चला सकते हैं। आज पूरी दुनिया में बच्चें video game खेलना काफी पसंद करते हैं जिसकी वजह से उन्हें Video game की बुरी लत लगी हुई है।
वीडियो गेम अनिवार्य रूप से मनोरंजन का ही एक रूप है। यह मुख्य रूप से बच्चों को आकर्षित करने के लिए डिजाइन किए जाते हैं। कंप्यूटर गेम में ऐसे गेम भी शामिल होते हैं जो टेक्स्ट प्रदर्शित करते हैं। जो ध्वनि अथवा कंपन उनके प्राथमिक नियंत्रक या उपयुक्त किसी भी संयोजन रूप में अन्य विधियों का प्रयोग किया जाता है।
Essay on Addiction of Internet:
हम सभी जानते हैं कि इंटरनेट हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण होता है जिसके माध्यम से हम विभिन्न प्रकार की जानकारियों को प्राप्त कर पाते हैं। लेकिन वहीं दूसरी ओर addiction of internet की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है। सोचने वाली बात तो यह है कि यह केवल युवाओं में ही नहीं बल्कि व्यस्क लोगों में भी देखा जाता है।
इन्टरनेट पर जुड़े बहुत से लोग आपको हानि पहुचा सकते है। इन्टरनेट को बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल करने पर हमारा जो बहुमूल्य समय है वो बर्बाद हो जाता हैं। इन्टरनेट की वजह से ना जाने कितने दिन नष्ट होते चले जा रहे हैं। अथवा यह एक दिन की बात नहीं हैं। साथ ही साथ बहुत से तरह के लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। यहां तक कि इन्टरनेट हमारे जीवन में बहुत ही महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
दरहसल, इन्टरनेट आज मनोरंजन का सबसे बड़ा माध्यम बन गया है। जिस भी मनुष्य को इन्टरनेट की लत लग गई हैं अगर उसका इन्टरनेट कनेक्शन खत्म हो जाए तो मनुश्य बहुत ही ज्यादा परेशान होने लगता हैं। यहां तक कि डेटा ना मिलने पर व्यक्ती का मूड ख़राब हो जाता हैं। बस इसी वजह से 10 में से आज 6 लोगों को इन्टरनेट की लत लग चुकी हैं।
Essay on Addiction of Junk Food in Hindi:
एक और चीज़ की लत जो लोगों में सबसे अधिक होती है वह है जंक फूड। जंक फूड तो आजकल हर बच्चों का और हर इंसान का पसंदीदा बन गया है। बच्चे अपने ब्रेकफास्ट, लंच और कई बार डिनर के समय में भी बच्चे जंक फूड का सेवन करते हैं। जहाँ, बच्चों को जंक फूड बहुत अधिक पसंद आता है वैसे ही वयस्कों को भी देखा गया है की उन्हें भी जंक फूड की लत लगी रहती है।
अगर जंक फूड रोजाना खाया जाए तो इससे बड़े एवं बच्चों दोनों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ेगा। बच्चे घर पर खाना छोड़ कर बाहर का खाना खाना ज्यादा पसंद करते हैं जिससे उन्हें पेट की कई सारी बीमारियों से सामना करना पड़ता हैं। जिससे उनके शारीरिक स्थिति पर भी बुरा असर पड़ सकता है। जहां बच्चे खाने में पिज्जा एवं बर्गर खा रहे हैं वहीं वह उचित आहार से दूर हो रहे हैं।
Essay on Addiction Of Social Media:
सोशल मीडिया एक दो धारी तलवार की तरह है जहां अपनों से जुड़े रहने का मौका मिलता है अथवा अकेलेपन का एहसास हमारे नजदीक नहीं आता। वहीं दूसरी तरफ साइबर अथवा दूसरे लोगों से जीवन की तुलना के प्रवृत्ति की वजह से इसका इस्तेमाल डिप्रेशन की वजह बन सकता है।
सोशल मीडिया हालांकि दूर के दोस्तों अथवा रिश्तेदारों से मिलने का मौका तो देती है। मगर दोनों पक्षों में आमने सामने बात विवाद नहीं बातें जो की भावनात्मक जुड़ाव के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। ज्यादातर मामलों में फेसबुक, व्हाट्सएप इंस्टाग्राम और भी बहुत सारी साइटों पर घंटा भर चिपकने वाले लोग में शारीरिक सक्रिय की कमी के चलते व्यक्ति के डायबिटीज का जोखिम ज्यादा मिलता है।
कई बार तो इंसान हमेशा अपना समय बर्बाद करके अपनी न्यूजफीड को देखता रहता है। कई बार जो व्यक्ति सोशल मीडिया को ज्यादा इस्तेमाल करते हैं वह तो दूरी भी बर्दाश्त नहीं हो सकती। कभी-कभी तो मनुष्य को मोबाइल नोटिफिकेशन आने का क्रम लगा रहता है। सोशल मीडिया का इस्तेमाल ना करना एक बेचैनी के रूप में होता है।
Essay on Addiction Of Technology:
जितने भी लोग तकनीकी व्यवसाय के बारे में जानते हैं। यह समझते हैं वह अपने मोबाइल फोन के उपयोग से निराशा व्यतीत करते हैं। ऐसे ही नई नई टेक्नोलॉजी की जानकारियां और उनके नए गैजेट लोगों को काफी रुचिकार लगती है।
लगातार टेक्नोलॉजी की खोज ने मनुष्य के स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव डाला है। यहां तक कि इसको विश्व के स्वास्थ्य संगठन में gaming disorder को अपने अंतरराष्ट्रीय संघ में शामिल किया है। आधुनिकरण के कारण लोगों की जीवनशैली काफी प्रभावित हो चुकी है।
Essay on Addiction Of Drugs and Alcohal:
आप इतना तो जानते ही होंगे की ड्रग्स(Essay on addiction in Hindi) और अल्कोहल का सेवन सेहत के लिए काफी ज्यादा नुकसानदायक होता है। लेकिन आपको यह नहीं मालूम होगा की जिनको इनकी लत लगती है उनके साथ क्या होता है। इंसान जब शराब, गुटका, सिगरेट का सेवन करता है तो उसे इस नशे की बहुत बुरी लत लग जाती है, वह जब नशे से दूरी बनाने की कोशिश करता है तो वह चाह कर के भी दूर नहीं हो पाता है। इसका कारण यह है कि नशे की लत उसके दिमाग में घर कर लेती है। जिसकी वजह से मनुष्य को जब भी दुख का सुख का आभास होता है तो वह बुरी आदत जैसे ड्रग्स और अल्कोहल का सेवन करता है।
इससे मानसिक, पारिवारिक अथवा सामाजिक इन तीनों ही स्तर पर बुरा असर पड़ सकता है। नशे की लत से परिवार में अशांति का निवास स्थान रहता है। जिस व्यक्ति को नशा करने का लत होता है उसे आर्थिक तंगी हो जाती है। कुछ व्यक्ति तो नशा कर घर में आकर अपनी पत्नियों पर हाथ उठाते हैं जो कि एक अपराध है।
नशे की लत के लिए मनुष्य अपनी सारी संपत्ति को पानी की तरह बहा देता है। नशा करने के बाद समाज अथवा कार्यस्थल पर तमाशा करता है। जिससे नशा करने वाले व्यक्ति के इज्जत पर आधात हो जाता हैं।
आज के दौड़ में नशा मुक्ति(Essay on addiction in Hindi) भारतीय समाज की विडंबना है। निम्न स्तर के जो लोग होते हैं वह अपने सारे पैसे शराब में उड़ा देते हैं। मगर उन्हें यह नहीं पता होता कि इसका दुष्परिणाम इंसान को ही भुगतना होता है। मानो युवा वर्ग के लिए तो नशा एक फैशन बन गया है। नशा किसी भी मनुष्य की जिंदगी को तबाह करने मे सक्षम हैं। अथवा यह एक अपराध भी है कि जो व्यक्ति नशे की तस्करी करता है उसे जेल भी हो सकती है।
Essay On Addiction and the Future of Youth in India:
आज कल युवाओं बुरी चीजों की ओर लत काफी बढ़ता जा रहा है। यह पिछले कुछ दशकों में अत्यधिक रूप से बढ़ा है। छात्र अथवा छात्राएं विशेष करके विश्वविद्यालय अथवा स्कूलों के बच्चे ज्यादातर नशा करते हैं जैसे कोकीन, ड्रग्स,अफीम आदि। इनके पास नशा लेने के कई सारे तरीके हैं जैसे इंजेक्शन से या फिर मुख से। नशे की आदत से छुटकारा पाना बहुत ही मुश्किल है इस मुश्किल घड़ी में मनुष्य को अगर नशे की लत लग जाए तो वह कई तरह की शर्मनाक घटनाएं करता है। जैसे कि बैंक लूटना, चोरी करना आदि। इसी प्रकार ये मोबाइल और इंटरनेट पर भी बुरी तरह से लगे हुए हैं।
कल का भविष्य आज के छात्र ही हैं। लेकिन अपने मार्ग से भटककर नशे की लत में छात्र गलत मार्ग का चयन करते हैं और फिर उनके आदि हो जाते हैं।
Conclusion:
कहते हैं अधिक कुछ भी सही नहीं होता, इसीलिए जीवन में कुछ चीजों को सीमित में ही रखना चाहिए। हालांकि अपने ऊपर की पोस्ट में जाना होगा कि मोबाइल, टेक्नोलॉजी, इंटरनेट(Essay on addiction in Hindi) की अधिक लत सही नहीं होती है, इसके साथ ड्रग्स और अल्कोहल से भी दूर रहना चाहिए। हमेशा तकनीक का जरूरत के अनुसार उपयोग होना चाहिए।