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Essay on Art in Hindi

भारतीय संस्कृति में कला का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। हर व्यक्ति के अंदर कोई ना कोई कला तो होती है। मानव जीवन में हर एक व्यक्ति कला (Essay on Art in Hindi) को अपनाना चाहता है। कला व्यक्ति को अलग ही स्थान में ले जाती है जहां मनुष्य का सम्मान बहुत ही बढ़ जाता है। प्राचीन काल से ही कला को बहुत ही सम्मान दिया जाता है उसकी इज्जत की जाती है क्योंकि हर एक व्यक्ति को कला प्राप्त नहीं हो पाती और जिसके पास कला होती है वह जिंदगी में कुछ भी कर सकता है। कई व्यक्तियों को अलग-अलग प्रकार की कला सीखने का शौक भी होता है और कला से आप अपना नाम भी रोशन कर सकते हैं। कला व्यक्ति के सम्मान व जीवन जीने का स्रोत भी बन सकता है। भारतीय संस्कृति में बहुत सारी कलाएं आपको देखने को मिलती है जैसे चित्रकला, नृत्य कला, संगीत कल, नाट्य कला और हस्तशिल्प कला आदि। बात हमारे देश की हो या दूसरे विदेशों की हर जगह कला का स्थान ऊंचा ही दिया गया है। कलाकार को मिली कला से वह इस प्रकृति को अलग ही आकार दे सकता है। कलाकारो ने अपनी कलाओं से इस दुनिया को बहुत ही बेहतरीन और खूबसूरत बनाने का योगदान दिया है।

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कलाओं का महत्व:-

कला का महत्व इस दुनिया में इतना है कि एक कला मनुष्य को उचित स्थान तक पहुंचा देता है। कलाकारों के लिए कला ही सब कुछ होती है। कला व्यक्ति को स्वतंत्रता प्रदान करता है व आत्मनिर्भर बनाता है। प्राचीन काल की बहुत सी मूर्तियां व बड़ी-बड़ी इमारतें देखकर यह पता चलता है कि कला को महत्व पुराने समय से ही दिया जाता है। मूर्ति कलाकारों द्वारा बनाई गई महान पुरुषों व क्रांतिकारियों की मूर्तियां कला का बहुत ही सुनहरा व सुंदर उदाहरण बन सकती है। दुनिया के सात अजूबों को देख कर भी पता चलता है कि इसका महत्व कई गुना ज्यादा है। कला द्वारा लोग अपने प्रतिभा का प्रदर्शन पूरी दुनिया में कर सकते हैं। कला (Essay on Art in Hindi) ग्रहण करने वाले लोगों को उनके जीवन का स्रोत उनके सामने ही दिखता है वह कला को अपने दिनचर्या के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं। वर्तमान काल में जिस प्रकार जनसंख्या बढ़ती जा रही है लोगों को रोजगार मिलना कम होते जा रहा है, इन सब को देखते हुए हर व्यक्ति अपनी कला को उजागर कर उसे व्यापार का स्रोत भी बना सकता है। कला के साथ आपका जीवन बहुत ही मनोहर हो जाता है। विदेशो में भी कला को बहुत बड़ा स्थान दिया जाता है, जिन व्यक्ति को कला का ज्ञान नहीं होता वो भी अपनी जिंदगी में कला को सीखना चाहता है क्युकी कला अपनाने का भी अलग आनंद होता है। छोटे बच्चों के स्कूलों में भी उन्हें कला के प्रति आकर्षित करते हुए शुरू से ही कुछ ना कुछ सिखाया जाता है या उनके बीच प्रतियोगिता करवा कर उन्हें प्रेरित किया जाता है जिससे उन्हें कला का महत्व समझ में आए और वह बहुत अच्छा करने की कोशिश करें।

कलाओं के प्रकार :-

भारतीय संस्कृति व अन्य जगहों में कला अनेक प्रकार की होती है। हर कला का एक अपना स्तर होता है। कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया यह अद्भुत प्रदर्शनीय लोगों को बहुत ही पसंद आने के साथ-साथ उन्हें प्रेरित करता है। लगभग हर व्यक्ति की प्रेरणा कला होती है। कलाकारों के लिए बहुत ही अद्भुत तोहफा होता है। कला के प्रकार निम्न है-

  • नृत्य कला:- देश विदेश हर जगह नृत्य कला को बहुत ही शौक से अपनाया जाता है। नृत्य कला युगो युगो से चलती आ रही एक कला है इसका उदाहरण भगवान शिव के अवतार नटराज है। भारत के दक्षिण इलाके में नृत्य कला को बहुत ही ऊंचा स्थान दिया जाता है वहां छोटे से छोटे बच्चों को यह कला सीखने के लिए नृत्य शिक्षकों के पास भेजा जाता है। नृत्य कला सीखना व्यक्ति के लिए बहुत ही प्रेरणादायक और गर्व की बात है।
  • संगीत कला:- संगीत कला की सबसे प्राचीन व सुंदर उदाहरण है मां सरस्वती। इनसे प्रेरित होकर हर व्यक्ति संगीत कला को ग्रहण करना चाहता है। वर्तमान काल में नाटक हो या असल जिंदगी हर जगह संगीत को मनोरंजन के रूप में भी देखा जाता है। शादी हो या खुशी का कार्यक्रम हर योजना व सभा संगीत के बिना अधूरा है। संगीत कला का महत्व भी मनुष्य के जीवन में अधिक है।
  • चित्र कला :- चित्रकला बहुत ही मनोहर व सुंदर प्रकृति से जुड़ी कला है। इस कला को हर व्यक्ति शौक से सीखना चाहता है। चित्र कलाकारों द्वारा बनाए गए बहुत से प्राचीन प्रकृति से जुड़ी सुंदर प्रतिभा है जिससे लोग प्रेरित होकर इसे अपनाना चाहते है। यह कला अपने अंदर बहुत से रहस्य छुपा सकती है जैसे महान कलाकार लियोनार्डो-द-विंची द्वारा बनाया गया मोनालिसा पेंटिंग, इसमें बनी हुई महिला के मुस्कान का रहस्य आज तक किसी को पता नहीं चला और ना ही कोई दूसरे कलाकार इनके जैसा हस्त चित्र बना पाए हैं।
  • हस्त शिल्प कला:- हस्तशिल्प कला का महत्त्व भी अधिक है। इस कला में मिट्टी की मूर्तियों का निर्माण किया जाता है। हस्तकला में बहुत सारी सुंदर व मनमोहक आकृतियों को सुंदर आकार दिया जाता है जोकि कलाकारों की कला को प्रदर्शित करता है।

कलाओं का दुरुपयोग:-

वैसे तो कलाओ के बहुत सारे महत्व होते हैं परंतु यदि कोई शत्रुता निभाने पर आए तो उनके लिए यह कलाएं दुरुपयोगी हो जाती हैं। हर कोई अपनी कला का प्रदर्शन हर किसी के सामने करना चाहता है परंतु यदि कोई उससे अच्छा या उससे बेहतर करके दिखाता है तो उसके मन में ईर्ष्या की भावना उत्पन्न हो जाती है। यही कारण है कि वह अपनी कलाओं का दुरुपयोग करना चालू कर देते हैं। अक्सर लोग अपनी कलाओं को दूसरों को नीचा दिखाने और पीछे छोड़ने के लिए उपयोग करते हैं। यह सब व्यक्तिगत मामलों में अपनी कलाओं का दुरुपयोग करना चालू कर देते है। आज के डिजिटल दुनिया में इंटरनेटमोबाइल का उपयोग बढ़ गया है और इस डिवाइस को इस्तेमाल करना भी कला बन गया है बहुत से व्यक्ति मोबाइल फोन का उपयोग हैकिंग के लिए करते है वो दूसरे के मोबाइल को हैक करके उनका इंफॉर्मेशन और जरूरी सामान को चुरा लेते है जो कि उनके कला के प्रदर्शन का दुरूपोग ही है।

कलाओं का सदुपयोग:-

अधिकतम हर व्यक्ति कला का सम्मान तथा इज्जत करता है। कला को वह अपना सबकुछ मान के चलने वाले व्यक्ति कभी कला का दुरुपयोग नहीं करता वह उसका सदुपयोग करते है। जिनके पास कला का साक्षतार ज्ञान नहीं होता वे इसे सीखना चाहते है क्युकी कला एक ऐसी विद्या है जिसे सीखने के लिए कोई उम्र की सीमा नहीं होती। कला का सदुपयोग कलाकार इक्छुक को सीखा कर उन्हें प्रशिक्षित करके कर सकते है। चुकी हर जगह कलाकार नहीं होते कई व्यक्तियों को सीखने की जिज्ञासा भी होती है तो वह सीख नहीं पाते इसलिए कला को लोगो के पास दूर दूर तक पहुंचाया जाए तो कला (Essay on Art in Hindi) का महत्व हर व्यक्ति जान पाएगा। कला का स्तर प्राचीन काल से ही बहुत ऊंचा है और आने वाले समय में भी रहेगा। अपने देश और राज्य की उन्नति के लिए भी कला का सदुपयोग जरूरी है इसी से कला के साथ साथ हमारे देश का भी विकाश होगा। कला को व्यक्ति प्रदर्शित करते हुए महसूस भी कर सकता है ये बहुत ही सुन्दर आनंद होता है।

उपसंहार:-

कौशल अपेक्षित क्रियाओं को ही भारतीय संस्कृति के अनुसार कला कहते है। कृत्रिम निर्माण को एक रूप से कला (Essay on Art in Hindi) कहते है। मस्तिष्क में चल रही अनेक प्रकार की कल्पनाओं को लोग कला में उतर कर एक नया आकार देते है। कला का महत्व हर व्यक्ति समझ सकता है। मानव की रचनात्मक बुद्धि बढ़ते पीढ़ी के साथ और भी विकसित होती जाती है इससे कला का महत्व बढ़ जाता है और कला अलग अलग रूप में भी दिखने लगती है। हर व्यक्ति के अंदर कला होती है परंतु वह उसे महसूस नहीं कर पाते। कुछ प्ररेणा प्रणालियों द्वारा उन्हें ये आभास होता है कि वे भी एक अच्छे कलाकार बन सकते है। कलाकारो को उनकी कला के लिए कई पुरस्कार भी दिए जाते है क्युकी दुनिया के इतिहास से लेकर अभी तक इनका योगदान सर्वश्रेष्ठ रहा है।