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Essay on Bal Diwas in Hindi

बाल दिवस हर साल नवंबर के महीने में मनाया जाता है। बाल दिवस स्कूल -कॉलेज में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। बाल दिवस खासतौर पर बच्चों के लिए मनाया जाता है इस दिन पंडित जवाहरलाल नेहरू जी का जन्मदिन भी आता है। चाचा नेहरू जी को बच्चों को अधिक पसंद करते थे इसलिए उनके जन्मदिन (Essay on Bal Diwas in Hindi) के रूप में बाल दिवस मनाया जाता है जैसा कि हम सबको पता है बच्चे हमारे देश के उज्जवल भविष्य का हिस्सा है उन्हें बढ़ावा और देश के लिए प्रेरित करने के लिए बाल दिवस मनाया जाता है बाल दिवस पूरे भारत में हरे क्षेत्रों में मनाया जाता है। बाल दिवस के शुभ अवसर पर बच्चों के लिए कई सारे प्रतियोगिता आयोजन किया जाते है। बाल दिवस ना केवल स्कूल कॉलेज बल्कि सभी शिक्षा स्थल में बनाया जाता है। इस दिन हर एक बच्चों को तौहफे देकर सम्मानित किया जाता है। यह दिन बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है।

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चाचा नेहरू जी कौन थे:-

भारत के प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में हम पंडित जवाहरलाल नेहरु जी को जानते हैं यह अपने भागदौड़  के जीवन में भी बच्चों से बेहद लगाव रखते थे। इन्हें बच्चों के साथ समय बिताना और खेलना बहुत पसंद था यह अपने जीवन में बच्चों के लिए अनेक से कार्य किए हैं जैसे कि अनाथ आश्रम के बच्चों के लिए इन्होंने शिक्षा से लेकर खेलकूद का क्षेत्र सभी को बढ़ावा दिया है। चाचा नेहरू जी को बाल दिवस के दिन श्रद्धांजलि भी दी जाती है। उनके नेक कर्मों को याद करके बाल दिवस के दिन बच्चों के लिए कई सारे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। क्योंकि नेहरू जी बच्चों को बहुत प्रिय थे इसलिए उन्हें प्यार से चाचा नेहरू कहा करते हैं। पंडित जवाहरलाल नेहरु (Essay on Bal Diwas in Hindi) जी का कहना था कि बच्चे को बहुत ही प्यार और आदर के साथ रखना चाहिए वह हमारे देश का भविष्य है आगे जाकर वे हमारे देश के विकास कार्यों में हिस्सा लेने वाले हैं। हर साल बाल दिवस मनाने का एक ही कारण है कि हमारे देश के बच्चे अपने कामों को लेकर प्रेरित हो और इससे हमारे देश का भला करें।

बाल दिवस कब और कैसे मनाया जाता है?

बाल दिवस हर साल 14 नवंबर को मनाया जाता है इस दिन सभी शैक्षणिक स्थल पर बच्चों के लिए कई सारे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं बाल दिवस (Essay on Bal Diwas in Hindi) के दिन हमारे प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी को याद करके उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है और इसी के साथ अपना कार्यक्रम शुरू किया जाता है। इस दिन सभी बच्चे नृत्य संगीत जैसे प्रतियोगिता में शामिल होते हैं और इस दिन का उत्साह बढ़ाते हैं। कई सारे क्षेत्रों में इस दिन के प्रति जागरूकता अभियान भी निकाला जाता है जिसमें बच्चों को सम्मान और अधिकार के साथ देश में रखने के लिए लोगों को जागरूक किया जाता है। बच्चों के लिए केवल पढ़ाई लिखाई भी जरूरी नहीं है इसके साथ ही बच्चों की मानसिकता पर भी ध्यान देने की जरूरत है। बाल दिवस के दिन स्कूल कॉलेज में बच्चों को बुलाकर उन्हें तोहफे दिये जाता है। बच्चों को घरों में सही पोषण, और शिक्षा के साथ संस्कार भी मिले यही हमारे देश के हित कार्यों में शामिल है।

बच्चों के लिए शिक्षा:-

बच्चों का मस्तिष्क और दिमाग दोनों ही शांत और साफ होता है और बाल अवस्था एक ऐसा समय होता है जब उन्हें शिक्षा की शुरुआत के लिए पाठशाला भेज दिया जाता है। पाठशाला में उन्हें शिक्षा और ज्ञान प्राप्त करवाए जाते हैं जो कि उनके भविष्य के लिए बहुत ही जरूरी है। बच्चों के लिए शिक्षा एक ऐसा रास्ता होता है जिससे वह बड़े से बड़े सफलता की सीढी चढ़ सकते हैं। आज के भाग दौड़ के समय में अक्सर लोग बच्चों पर ध्यान देना छोड़ देते हैं परंतु यह उनके भविष्य में प्रभाव डाल सकता है बाल दिवस (Essay on Bal Diwas in Hindi) के दिन खास तौर पर बच्चों पर ध्यान दिया जाता है और लोगों को बच्चों के प्रति जागरूक रहने की सीख दी जाती है। बच्चों का दिमाग इतना ज्यादा साफ होता है कि उनके सामने कोई छोटी सी छोटी घटना उनके दिमाग पर घर कर सकती है इसका ध्यान रखते हुए उन्हें हमारे देश के लिए तैयार करने की जरूरत है। बच्चों को सबसे ज्यादा ज्ञान और संस्कार की जरूरत होती है जिससे वह लोगों का आदर करना सीखें।

छोटे से बड़े पाठशाला में भी बच्चों को बाल दिवस के बारे में पढ़ाया जाता है बाल दिवस का मुख्य कारण यही है कि चाचा नेहरू जी को बच्चे बहुत पसंद थे और ये वह चाहते थे कि उनके जाने के बाद भी बच्चों को सम्मान मिलता रहे।

बाल दिवस क्यों आवश्यक है:-

हर साल बाल दिवस मनाना बच्चों के लिए बहुत ही आवश्यक है क्योंकि वर्तमान समय में देखा जाए तो बच्चों को किताब के अंदर बंद करके रखा जाता है स्कूली शिक्षा उनके दिमाग में घर कर बैठती है बाल दिवस के दिन उन्हें भविष्य के लिए जागरूक किया जाता है और बच्चों को जो पसंद है उन कार्यों में आजादी दी जाती है। देश में बच्चों के भविष्य के लिए वास्तविकता स्थिति को बढ़ावा मिलता है। बाल दिवस मनाने से लोगों के मस्तिष्क में बच्चों के प्रति कर्तव्य और जिम्मेदारी का एहसास होता है। बच्चों के लिए उनका पोषण ज्ञान और संस्कार सब कुछ जरूरी है उसी के साथ उन्हें सम्मान देने के लिए बाल दिवस भी जरूरी है। बच्चों को सबसे प्रिय जवाहरलाल नेहरू जी की जन्म दिवस के रूप में भी बाल दिवस मनाना आवश्यक है।

निष्कर्ष:-

बच्चों का लालन-पालन विशेष रुप से होना जरूरी है यही हमारा और देश के बड़े बुजुर्गों का कर्तव्य होना चाहिए। बच्चों को घर में दबाकर रखने से उनके भविष्य में प्रभाव पड़ सकता है। चाचा नेहरू जी को याद करके हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है बच्चों के लिए बहुत ही विशेष होता है। बाल दिवस के दिन विशेष कार्यक्रम मनाए जाते हैं लोगों को इस दिन के प्रति जागरूक होना जरूरी है बच्चों को हमारा उज्जवल भविष्य मानकर उन्हें सभी कार्यों से जोड़ना जरूरी हो गया है।

FAQ:-

1.प्रश्न:- बाल दिवस कब मनाया जाता है?

उत्तर:- बाल दिवस हर साल 14 नवंबर को मनाया जाता है।

2.प्रश्न:- बाल दिवस के दिन किन का जन्मदिन मनाया जाता है?

उत्तर:- बाल दिवस के दिन पंडित जवाहरलाल नेहरू जी का जन्म दिन मनाया जाता है।

3.प्रश्न:- बाल दिवस मनाने का उद्देश्य क्या है?

उत्तर:- जवाहरलाल नेहरू जी को बच्चे बहुत पसंद है इसलिए उनके जन्म दिवस के रूप में बाल दिवस मनाया जाता है।

4.प्रश्न:- बाल दिवस कहां-कहां मनाया जाता है?

उत्तर:- बाल दिवस भारत के हर एक क्षेत्रों में स्कूल कॉलेज और हर एक शैक्षणिक स्थल पर मनाया जाता है।