विश्व में हर व्यक्ति पैसे के महत्व को अच्छे से जानता है। जिस व्यक्ति के पास अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए धन है वह व्यक्ति सदैव खुश रहता है। अमीर हो या गरीब हर व्यक्ति पैसे को पाने की चाह रखता है। धन-संपत्ति तो हमें ऐसे ही नहीं मिल जाती उसके लिए हमें लगन से कड़ी मेहनत करनी पड़ती है तब जाकर हमें धन की प्राप्ति होती है जिससे हम अपने रोजाना खर्च चलाते हैं। कुछ व्यक्ति ईमानदारी से पैसा कमाते हैं तो वहीं कुछ व्यक्ति भ्रष्टाचार और आतंकवाद का सहारा लेकर गलत तरीके से पैसा कमाते हैं जिसे हम काला धन कहते हैं। जो व्यक्ति काला धन रखते हैं वह इस धन को इस तरीके से छुपाते हैं कि किसी को कानों कान खबर भी नहीं लगती, परंतु गलत तरीके से कमाया गया पैसा कभी नहीं छुपता । राजनेताओं को काले धन के बारे में सब कुछ पता होता है अगर नेता राजनीति को लेकर चले तो वह व्यक्ति से रिश्वत लेकर इसे नजर अंदाज कर देते हैं। मगर यह गलत है जो अपने राष्ट्र के बारे में सोचते हैं और कभी भी राजनीति में जनता से छल नहीं करते। जनता के हित में भारत सरकार द्वारा कैशलेस इंडिया एक मिशन को बनाया गया, जिससे देश का पूरा काला धन बाहर आ सके।
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कैशलेस इंडिया क्या है?:-
भारत को नगदी रहित बनाने के लिए माननीय श्री नरेंद्र मोदी जो कि हमारे प्रधानमंत्री हैं उन्होंने यह शुभ मिशन को भारत में शुरू किया। इस मिशन से कुछ लोगों को फायदा हुआ तो कुछ लोगों को बहुत बड़ा नुकसान हुआ। जो व्यक्ति गरीब और नीचे वर्ग के लोगों को ठग कर उनका पैसा लेकर उनसे बहुत बड़ा छल करते थे, जिससे उनके पास बहुत सारा पैसा रहे और वह सदैव दूसरों के पैसे पर ऐश करते रहे। इस मिशन द्वारा इन सारे लोगों का काला धन बाहर आया और नष्ट हो गया जिन से इन्हें बहुत बड़ा नुकसान हुआ। परंतु जो व्यक्ति ईमानदारी के साथ अपनी रोजगार के लिए धन इकट्ठा करते थे, जिनके पास केवल दिनचर्या को निभाने के लिए पैसे होते थे। उन व्यक्ति को इस मिशन से कोई भी भारी नुकसान नहीं हुआ बल्कि उनके लिए यह बहुत ही अच्छा और उनके हित में होने वाला कार्य लगा। यह मिशन के द्वारा भारत की अर्थव्यवस्था नगदी पर संतुलन बनाया गया, और यह मिशन सिर्फ और सिर्फ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चालू करवाया गया।
कैशलेस इंडिया का महत्व व इसकी शुरुवात:-
1. 8 नवम्बर सन् 2016 को रात्रि 8:00 बजे से कैशलेस इंडिया मिशन की शुरुवात हुई।
2. कैशलेस इंडिया की शुरुआत करने पर सरकार ने 500 और 1000 के नोटों का अचानक बदल कर उसका अवमूल्यन कर दिया, जिससे लोगों का घर में छुपाया हुआ काला धन बाहर आ गया और वापस उसे बैंकिंग प्रणाली में लाया गया।
3.इस मिशन की मदद से भारत में डिजिटल तरीके से करेंसी का उपयोग बढ़ गया साथ ही बिटकॉइन का महत्व भी देश में देखा जाने लगा।
4. इस मिशन से काले धन की समाप्ति हुई जिससे सरकार को बहुत ही मदद मिली ।
5. लोगो के बीच मौद्रिक पैसा लेन देन की मानसिकता पे परिवर्तन आया और डिजिटल माध्यम से पैसा लेने को महत्व दिया गया ।
6. बैंक द्वारा पूंजी व्यवस्थित करवाने से ऑनलाइन मार्केटिंग में भी भारी उछल आई।
इस मिशन के दौरान लोगो को होने वाली असुविधा :-
कैशलेस इंडिया मिशन की शुरुवात में बहुत भारत के लोगो को कई असुविधा का सामना करना पड़ा। लोग जो घर खर्च के लिए अपने पास पैसे रखे थे उन्हें उसे बैंक में एक्सचेंज करने का सीमित समय दिया गया था और भारत की जनसंख्या नियंत्रित ना होने के कारण लोगो की भीड़ बैंक में लगने लगी। लंबी लंबी कतारों में लोग अपने पैसे को बदलने के लिए आने लगे ,कई लोगो को लाइन में लगे दिन भर हो जाते थे परंतु उनका काम नहीं हो पाता था। आगे दिन फिर उन्हें लंबी कतरो में लगना पड़ता था चाहे वो युवा हो या वृद्ध। जैसा कि पहले 500 और 1000 के नोटों का इस्तेमाल किया जाता था,इस मिशन को लागू करने के बाद बाज़ार में पहली बार 2000 के नोट को देखा गया ।बहुत से व्यापारी इसे ग्राहक से लेने से डरते थे क्युकी ये सुरूवाती दौर था उन्हें इस नोटों पे विश्वास नहीं होता था । ये सब को मद्दे नजर रखते हुए सरकार के कहने पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गेवर्नर द्वारा नए नोटों की पहचान करने का तरीका बताया गया।लोगो को सुरूवात में असुविधा तो हुई परंतु धीरे धीरे सब परिस्थिति नियंत्रित होगया। बहुत सारी परिशानियो का सामना करने के बाद वर्तमान काल में सब सही चल रहा है और इस मिशन के लिए सब हमारे प्रधान मंत्री को धन्यवाद कर रहे है।
कैशलेस इंडिया के फायदे:-
कैशलेस इंडिया मिशन से मध्यमवर्ग व नीचे वर्ग के लोगों को फायदा हुआ उनसे छल से लिया गया पैसे की समाप्ति हुई। डिजिटल व्यापार में भी बहुत ही अच्छा सुधार आया और आजकल सर हाथों हाथ मुद्रा लेने के बजाय फंड व फाइनेंस कंपनी व पेटीएम से पैसे का फेरबदल करके अपना कार्य करते हैं। इससे काला धन इकट्ठा करना खत्म हो गया । भारत की अर्थव्यवस्था पर सुधार कैशलेस इंडिया के मिशन द्वारा ही हो सका। डिजिटल तरीके से पैसे का रिकॉर्ड भी होने लगा जिससे कोई भी खाता आसानी से पढ़ा जा सकता है ,पर होने वाले खर्च का अनुमान लगाया जा सकता है। इस मिशन द्वारा छुपे हुए कालाबाजारी करने वाले लोग का आशंकन हुआ और उनके काले धन की तस्करी हुई। कुछ दिनों की असुविधा के बाद कैशलेस इंडिया के फायदे भारत में देखे जाने लगे जैसे भारत की लेने जाने वाली नगदी समाप्त हो गई और सारे लेनदेन डिजिटल तरीके से होने लगे।
निष्कर्ष:-
देश कालाबाजारी को देखते हुए भारत सरकार द्वारा निकाला गया यह मिशन लोगों को बहुत ही पसंद आया ऐसे ही बहुत सारे निशाना जो माननीय नरेंद्र मोदी द्वारा निकाले गए हैं। भारत की अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए इस मिशन से काले धन से देश को छुटकारा मिल गया और काले धन के व्यापारी का चेहरा सामने आ सका । 500 और 1000 के नोटों के बदले बाजार में बैंक द्वारा 500 और 2000 के नए नोट को लाया गया। यह जानकर बहुत ही खुशी हुई कि भ्रष्टाचार को भूल कर राजनेता अलग अलग मिशन द्वारा अपने देश के विकास और अर्थव्यवस्था के बारे में सोच रहे हैं।