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Essay on Farmer in Hindi

हमारा देश भारत आज विश्व में केवल अपने पर्यावरण और प्राकृतिक क्षेत्रों के वजह से प्रसिद्ध हुआ है। हमारे देश में कार्य करने वालों की संख्या इतनी ज्यादा है कि बेरोजगारी की समस्या भी उत्पन्न हो गई है। ऐसे में हर कोई केवल एक ही कार्य को करने में सक्षम हो पाता है जोकि है खेती-बाड़ी का। खेती-बाड़ी (Essay on Farmer in Hindi) का एक ऐसा कार्य है जो हर कोई आसानी से कर सकता है। आसानी से करने के साथ-साथ अपने नाम का पंजीकरण भी करवा सकता है। सरकार द्वारा भी हमारे देश के किसानों को कई सारी सुविधाएं दी गई है। हमारे देश के 33% लोग केवल खेतीबाड़ी से अपना जीवन यापन कर रहे हैं। परंतु अब जैसे-जैसे समय बदल रहा है वैसे वैसे लोग खेती किसानी से दूर जा रहे हैं। कुछ इन परिस्थितियों में हमारे देश के किसानों को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अनेक परेशानियां झेलने के बाद भी उन्हें किसी प्रकार का लाभ नहीं होता और कार्य ना होने की वजह से ही यह कार्य छोड़ भी नहीं सकते।

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भारत के किसान :-

भारत एक बहुत ही बड़ा और सुंदर देश है जहां की जनसंख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। यहां पर हर किसी को भोजन केवल उनके अन्न दाताओं द्वारा ही मिल सकता है। भारत देश के अन्नदाता के नाम में किसानों ने अपना नाम शामिल करवाया है। हमारे देश भारत में किसानों की बहुत बड़ी महत्वता है उनके बिना ना तो हमें भोजन प्राप्त हो सकता है और ना ही जीवन जीने का कोई भी साधन। यह तो हम सब जानते हैं कि मानव सही के लिए अन्य का बहुत बड़ा महत्व है परंतु लोग आजकल उन्हीं किसानों (Essay on Farmer in Hindi) के लिए अपने मन में एक अलग सी भावना बना लिए हैं। क्योंकि हमारे देश के 33% लोग खेती किसानी से अपना जीवन जी रहे हैं वही उन्हें अपना जीवन जीने के लिए कई सारी परेशानियां देखनी पड़ती है। वैसे तो किसानों के लिए सरकार बहुत सारी सुविधाएं दे रही है परंतु उन तक नहीं पहुंच पाती और उन्हें बहुत सारी समस्याएं होती है।

किसान या अन्नदाता :-

हमारे देश में अन्नदाता का मतलब होता है हमें भोजन देने वाला देवता। जो कि वर्तमान में किसानों के नाम पर बोला जाता है। हमारे देश के किसान यदि ना होते तो हमें अन्न का एक दाना भी प्राप्त नहीं हो पाता। हमारे देश के किसान खेती के लिए अपना पूरा जीवन दे देते हैं और पूरी मेहनत से अन्न उगाने का कार्य करते हैं। उनके लिए ये अनाज ही केवल सोना और चांदी होता है। लहलहाते धान के खेत इनके मन को अलग ही सुख प्राप्त कराते है। वही कई सारी ऐसी और खेतिया (Essay on Farmer in Hindi) भी है जिनसे यह अपनी उज्जवल भविष्य का सपना देखते हैं। पुरातत्व समय से ही किसानों को एक अलग दर्जा दिया जाता है। हमारे देश में आज भी किसान को लेकर कई सारी मान्यताएं रखी गई है। हमारे देश में किसान को देवता का स्वरूप बताया गया है क्योंकि वह हमें खाने के लिए भोजन प्राप्त कराते है और भोजन ही मात्र ऐसा साधन है जिससे कोई भी व्यक्ति जीवित रह सकता है।

भारत में किसान का महत्व:-

हमारे देश भारत में किसान का बहुत बड़ा महत्व है यहां पर हर कोई एक दूसरे पर निर्भर रहता है परंतु पूरी दुनिया केवल किसानों पर ही निर्भर है। किसान तो कई सारे देशों में भी है परंतु भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां पर किसानों की तादाद सबसे ज्यादा है और सबसे ज्यादा अन्न भी उगाए जाते हैं। भारत की पूरी जनसंख्या मिलाकर भी अनाज का उपयोग नहीं कर सकती जितना हमारे किसान कड़ी मेहनत से उगाते हैं इसलिए उनके द्वारा अनाजों को दूसरे देशों में भी बेचा जाता है। हमारे देश की कई सारी ऐसी प्रजातियां (Essay on Farmer in Hindi) हैं जो केवल खेती किसानी में ही अपना पूरा जीवन निर्भर रखती है और उसी कार्य को करने में सक्षम भी हो पाती है। केवल हमारे ही नहीं परंतु हर किसी के लिए किसानों का बहुत बड़ा महत्व है क्योंकि किसानों द्वारा अनाज हमारे लिए पोषक तत्व का कार्य करता है और हमें जीवित रखने में सहायता करता है। कुछ यही कारण है कि भारत देश में हर किसी को खेती किसानी की अनुमति प्राप्त है और कोई भी इस कार्य को आसानी से कर सकता है।

किसानों को समस्या:-

यह तो हम सब जानते हैं कि हर किसी के जीवन में अलग सी समस्याएं हैं परंतु किसानों के लिए हमारे देश में कई सारी ऐसी समस्याएं प्रकट होती है जो उनके लिए बहुत ज्यादा परेशानी का विषय होता है। हमारे देश के किसानों को भरपूर अनाज उगाने के बाद भी किसी प्रकार का लाभ प्राप्त नहीं होता। यदि कोई व्यक्ति चाहे कि वह अपना अनाज स्वयं के पास रख कर उसे अलग से बेचे तो यह भी संभव नहीं है। यदि किसी वर्षा या फिर कभी धूप हो जाए तो उनके पूरे फसल को नष्ट होने में रत्ती भर का समय भी नहीं लगता। उनके द्वारा दिन रात मेहनत करने के बाद भी परिवार में किसी प्रकार का सुविधा नहीं हो पाती है। सरकार द्वारा दिए गए ऐसे कई सारे सुविधाएं हैं जो उन तक नहीं पहुंच पाती। खेती-बाड़ी करने के लिए उठाए गए करजो को ना चुका न पाने के कारण उनके पास केवल आत्महत्या जैसी चीजें बच जाती है।

निष्कर्ष:-

वैसे तो हम सब अपने देश के किसानों की महत्वता को बहुत भली-भांति समझते हैं। परंतु जैसे-जैसे हमारे देश में आधुनिकता बढ़ती जा रही है वैसे वैसे हम इन महत्वपूर्ण कार्यों को करना छोड़ रहे हैं। खेती बारी यदि कोई ना करें तो एक वक्त का भी भोजन में प्राप्त ना हो ऐसे में हमारे देश के इतने मेहनती किसान कार्य करते हैं और हमें भोजन प्राप्त करवाते हैं। इसके बावजूद भी उन्हें किसी प्रकार का लाभ या फिर सुविधा प्राप्त नहीं होती है और वे हर चीज से परेशान होकर आत्महत्या कर लेते हैं जो कि हमारे देश के लिए बहुत गंभीर समस्या है और इस समस्या का समाधान हम सबको मिलजुल कर करना चाहिए और अपने देश के किसानों के लिए उनके उज्जवल भविष्य का चयन करना चाहिए।

FAQ:-

1. किसान को अन्न दाता क्यों कहा गया है ?

उत्तर:- हमारे देश के किसान हमें अन्न प्राप्त कराते हैं जिसकी बदौलत ही हम अपने जीवन को जी पाते हैं इसीलिए किसान को अन्नदाता अर्थात अन्न का देवता कहा गया है।

2. हमारे देश मे किसानों का क्या महत्व है?

उत्तर:- हमारे देश भारत में किसान का बहुत बड़ा महत्व है यहां पर हर कोई एक दूसरे पर निर्भर रहता है परंतु पूरी दुनिया केवल किसानों पर ही निर्भर है।

3.भारत देश की कितनी प्रतिशत नागरिक किसान है?

उत्तर:- भारत देश की 33% जनता केवल किसानी का कार्य करती है।

4. किसानों को कैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है?

उत्तर:- हमारे देश के किसानों को भरपूर अनाज उगाने के बाद भी किसी प्रकार का लाभ प्राप्त नहीं होता। यदि कोई व्यक्ति चाहे कि वह अपना अनाज स्वयं के पास रख कर उसे अलग से बेचे वैसे तो यह भी संभव नहीं है आदि जैसे समस्याएं।