भारत एक ऐसा देश है जिस को विश्व स्तर पर सबसे ज्यादा त्यौहार वाला देश माना जाता है। यहां बहुत सारे धर्मों के लोग रहते हैं। हर धर्म के लोगों का अपनी अपनी अलग संस्कृति और परंपराओं के अनुसार त्यौहार निर्धारित किया गया है। भारत को एक धर्मनिरपेक्ष (Essay on Festivals Of India in Hindi) देश भी कहा जाता है। यहां हर कोई एक दूसरे के साथ भाईचारा का रिश्ता रखता है। यहां हर कोई अपने और हर धर्म के लोगों के द्वारा मनाया जाने वाला त्यौहार को धूमधाम से मनाते हैं। लोगों की मेलजोल और उनके प्रियता का प्रतीक इन त्योहारों के समय पर ही मिलता है। हर त्यौहार का अपना अलग महत्व और विशेषता है जो कि महिलाओं और बच्चों में अलग-अलग उत्साह को दिखाकर के साबित करता है। भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न धर्मों के साथ अनेकता में एकता जैसे मूल्यवान शब्दों का उपयोग भी किया जाता है।
भारतीय त्योहार:-
चाहे त्यौहार किसी भी धर्म का हो परंतु भारत देश में हर कोई हर किसी धर्म के त्योहार को बहुत धूमधाम से और मिलजुल कर मनाते हैं। हर कोई अपने आप से भेदभाव को भूलकर के भारत में त्योहारों को एक साथ आनंदित करके बनाते हैं और उससे हर्षोल्लास पूरे भारत में फैलता हैं। त्योहार के समय में हर कोई एक दूसरे के धर्म में पूरी तरीके से रंग जाता है और बड़े ही उत्साह और आनंद के साथ त्यौहार का आनंद लेता है। इसके अलावा भारतीय त्योहारों में अनेक संस्कृति और प्राकृतिक (Essay on Festivals Of India in Hindi) मत भावना भी देखने को मिलती है जो कि हर किसी के लिए अपनी अपनी अलग स्तर पर होती है। त्योहारों के आने पर स्त्रियों और बच्चे बहुत ज्यादा आनंदित हो जाते हैं वहीं पर पुरुष अपने सारे कार्य भूल कर के उस दिन परिवार के साथ अपनी खुशियां सांझा करते हैं।
भारतीयों द्वारा मनाया जाने वाला त्यौहार:-
भारत में बहुत सारे अलग-अलग धर्मों के त्योहार है जिनका अपना अलग-अलग महत्व है। भारत में हर त्यौहार को मनाने के लिए अलग-अलग धार्मिक सांस्कृतिक और पारंपरिक कारण है। त्यौहार को तीन प्रमुख हिस्सों में बांटा गया है।
धार्मिक:-
भारत में कई सारे अलग-अलग धर्म है जैसे कि हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और अन्य धर्म। यहां हर किसी के धर्म की पहचान उनके नाम और पहनावे से होती है। धर्मों को अलग-अलग परंपराओं और संस्कृति के हिसाब से रखा जाता है। कुछ पारंपरिक और धार्मिक त्योहारों में आते हैं होली, दिवाली, दशहरा, रक्षाबंधन, कृष्ण जन्माष्टमी, आदि इन (Essay on Festivals Of India in Hindi) त्योहारों को हिंदू धर्म में मुख्य रूप से बनाया जाता है। वही मुस्लिम धर्मो द्वारा ईद, उल फितर, बारावफात मुहर्रम इत्यादि जैसे मुख्य त्योहार मनाए जाते हैं। क्रिसमस, गुड फ्राइडे, ईस्टर जैसे त्यौहारों को क्रिश्चियन द्वारा मनाया जाता है इन सभी त्योहारों को उनके धर्म के हिसाब से विभाजित किया गया है।
संस्कृति:-
हमारे भारत देश में संस्कृति को सबसे पहले देखा जाता है मुख्य रूप से संस्कृति ही हमारे भारत देश के स्थापित का कारण है। यहां कई सारे ऐसे सांस्कृतिक त्योहार मनाए जाते हैं जो हर किसी द्वारा मिलजुल कर आनंदित किए जाते हैं।
पारंपरिक:-
इसी गिनती में कुछ ऐसे त्यौहार भी देखे जाते हैं जो परंपरागत आज तक चलते आ रहे हैं और आगे भी चलते रहेंगे। इसकी शुरुआत यदि किसी ने प्राचीन में कर दी तो आज तक लोग उसी परंपरा के अनुसार चले जा रहे हैं। यही कारण है कि भारत में अनेक प्रकार के त्योहारों को अपने-अपने परंपरा और संस्कारों के हिसाब से मनाया जाता है।
भारत के अनेक त्यौहार और उनकी विशेषता:-
भारत में बहुत सारे त्यौहार है जो अपने लिए अलग-अलग विशेषता लेकर चलती है। हर त्यौहार के पीछे कोई ना कोई कारण होता है जो कि विशेष रूप से लोगों के सामने आता है और लोगों को उसे मानना पड़ता है। कुछ ऐसे ही त्यौहार और उनकी विशेषता के बारे में हम बात करेंगे:-
दिवाली:-
हिन्दू भगवान के आयोधया पुनः आगमन पर लाखों दीप जला कर के उनका स्वागत किया गया था इस दिन को दिवाली के नाम से आज तक मनाया जाता है। दिवाली को हर धर्म द्वारा मनाया जाता है। दिवाली की विशेषता यही है कि इसको हर कोई अपने कर्मों को भूल कर के एक दूसरे के साथ मिलजुलकर इस त्यौहार का आनंद लेते हैं और अपने अंदर की बुराइयों को मिटाते हैं।
होली:-
दिवाली के बाद भारत में सबसे ज्यादा मनाया जाने वाला त्यौहार होली है जो हर वर्ष साल की शुरुआत में आता है और बहुत सारे रंगों से हमारे पूरे साल को रंग जाता है। इसमें हर कोई रंग लगाकर अपनी अपनी खुशियों को एक दूसरे के साथ सांझा करता है और बहुत सारे पकवानों को मिलजुल कर बांटते हैं।
ईद:-
मुस्लिम धर्म द्वारा मनाया जाने वाला ईद आज भारत में हर किसी द्वारा मनाया जाने लगा है इस दिन लोग हर किसी से गले मिलकर अपनी खुशी जाहिर करते हैं और सारे गिले-शिकवे भूलकर एक दूसरे के साथ सेवइयां खाते हैं।
क्रिसमस:-
वैसे तो क्रिसमस को ईसाई धर्म द्वारा बनाया जाता था परंतु आज के समय में यह हर किसी का सबसे मन पसंदीदा त्यौहार बन चुका है बच्चों को तोहफे देते हैं और हर किसी के लिए खुशी की कामना करते हैं। केवल भारत ही नहीं पूरे विश्व में क्रिसमस को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।
उपसंहार:-
हमारे देश में हर धर्म के लिए अलग-अलग त्योहारों को मनाया गया है परंतु जब त्यौहार आते हैं तो हर कोई अपना धर्म भूल कर एक दूसरे के साथ मिल जाता है। त्यौहार की यही खासियत है जो हर किसी को एक दूसरे से जुड़े रखते हैं। यहां पर त्यौहार का अर्थ खुशियां हैं जो लोग एक दूसरे के साथ पाते हैं और मिल जुलकर त्यौहारों (Essay on Festivals Of India in Hindi) को मना कर अपनी खुशियां जाहिर करते हैं। कुछ यही कारण है कि भारत को सबसे ज्यादा त्योहारों का देश कहा जाता है क्योंकि यहां हर धर्म के लिए एक समान आदर और प्रेम रखा गया है।
FAQ:-
1. भारत में कोन कोन से धर्मो के त्योहार मनाए जाते है ?
उत्तर:- भारत में हर धर्म के त्योहार मनाए जाते है जैसे हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई आदि।
2. मुस्लिम द्वारा कौन-कौन से मुख्य त्योहार मनाए जाते हैं?
उत्तर:- मुस्लिम धर्मो द्वारा ईद उल फितर बारावफात मुहर्रम इत्यादि जैसे मुख्य त्योहार मनाए जाते हैं।
3. त्योहारों को किन चीजों के विशेषण पर बांटा गया है?
उत्तर:-भारत में हर त्यौहार को मनाने के लिए अलग-अलग धार्मिक सांस्कृतिक और पारंपरिक कारण है। त्यौहार को तीन प्रमुख हिस्सों में बांटा गया है।
4. त्यौहार का क्या अर्थ होता है?
उत्तर:- त्यौहार का अर्थ होता है खुशियां जो कि लोग एक दूसरे के साथ त्यौहार को मना कर बांटते है।