बाढ़ कैसी प्राकृतिक आपदा है जिससे पूरे समाज को नुकसान पहुंचता है। बाढ़ की समस्या तब उत्पन्न होती है जब नदियों का पानी अपने औसत स्तर से बढ़कर बहुत ऊंचा हो जाता है और पानी बाहर तक आ जाता है।वैसे तो यह समस्या किसी भी क्षेत्र में आसानी से आ सकती है परंतु इसका (Essay on Flood in Hindi) आगमन बहुत ही ज्यादा विनाशकारी होता है। यह कैसी प्राकृतिक आपदा है जिससे पूरा क्षेत्र तहस-नहस हो जाता है। इसकी समस्या वर्षा के ऋतु में ज्यादा देखने को मिलती है और पानी की स्तर से बढ़ने के कारण ही इसकी समस्या सामने आती है।हमारे देश भारत में ऐसे कई सारे क्षेत्र है जहां पर बाढ़ की समस्या हर वर्ष देखने को मिलती है। बाढ़ आने की और भी कई सारे कारण है।व्यक्तिगत मामलों में देखा जाए तो बाढ़ की समस्या प्राकृतिक आपदा के अंदर आती है परंतु कई बार किसी अन्य कारण से भी बाढ़ की समस्या बढ़ जाती है।
बाढ़ की समस्या:-
दुनिया में ऐसी कई सारी जगह है जहां पर हर साल बारिश के मौसम में पानी का स्तर बहुत ऊंचा हो जाता है। पानी का औसत मात्रा बढ़ने की वजह से नदी या तालाब का पूरा पानी मैदान में आ जाता है और पानी क्षेत्रों में फैले लगते हैं। कुछ यही प्राकृतिक आपदा को लोग बाढ़ के नाम से जानते हैं।बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के दिन के कामकाज के साथ बाधित करता है और गंभीर बाढ़ कभी-कभी बड़े पैमाने पर विनाश का कारण भी बनता है। बाढ़ के कारण कई सारी समस्याएं भी उत्पन्न होती है जो कि लोगों को बहुत सारी हानियां भी पहुंच आती है। इसके अलावा बाढ़ के कारण और भी कई सारी परेशानियां हम सबके सामने आती है जिसका निवारण करना बहुत ज्यादा कठिन होता है।
बाढ़ आने का समय और जगह:-
बाढ़ आने का समय केवल वर्षा के मौसम में ही देखा गया है।वर्षा के मौसम में जब हद से ज्यादा बारिश हो तब भी सारी जगह पर बाढ़ की समस्याओं की संभावना बढ़ जाती है और यह परेशानी सुनने को ही मिलती है।बाढ़ के लिए कोई निश्चित समय नहीं है परंतु वर्षा ऋतु में इसकी संभावनाएं ज्यादा होती है। बाढ़ (Essay on Flood in Hindi) भले ही कितनी भी बड़ी क्यों ना हो परंतु उसकी शुरुआत एक छोटे से नदी से ही होती है जिसके चारों तरफ बहुत सारे मैदान हो। कोई ऐसी जगह जहां पर हर साल बारिश का पानी जमा हो और एक बड़ा सा क्षेत्र बनाता हो। ऐसे स्थान पर बाढ़ की समस्या बहुत ज्यादा देखने को मिलती है।
बाढ़ से होने वाले नुकसान और बीमारियां:-
यह तो हम सब जानते हैं कि कोई भी प्राकृतिक आपदा को बिना नुकसान पहुंचाए नहीं जाती है। ऐसे में चाहे फिर वह गांव हो या फिर शहर जिस दिन बाद आती है तबाही साथ में लेकर आती है। इसमें कई प्रकार के नुकसान को देखा जाता है जैसे कि घर का टूटना, आदमियों का लापता होना, मृत्यु की समस्या होना, आदि जैसी नुकसानों को बाढ़ के समय में देखा जाता है। इसके अलावा जहां पर बाढ़ (Essay on Flood in Hindi) आती है उस पूरे जगह को तबाह कर देती है और बहुत सारा कचरा लेकर आती है।अपने साथ लाए हुए बहुत सारे कचरा और गंदगी से बाढ़ का पानी दूषित तो रहता ही है साथ ही वह शुद्ध पानी में मिलकर उसे भी दूषित कर देता है।यही कारण है कि वहां सर्दी ,खांसी, मलेरिया, डेंगू और कई सारी ऐसी घातक बीमारियां हो जाती है। इन बीमारियों का शिकार ज्यादातर छोटे बच्चे और बड़े लोग होते हैं और बाढ़ के वजह से होने वाली बीमारियां आसानी से पूरे क्षेत्र में फैल जाती है।
बाढ़ से बचने का तरीका:-
बाढ़ को रोकने के लिए सरकार और आम नागरिकों को मिलकर केक कोई ऐसी उपाय तैयार करना चाहिए जिससे बाढ़ को आसानी से रोका जा सके। बाढ़ आने पर जागरूक होकर के कदम उठाना चाहिए ना क्यों से डरकर पीछे हटा ना चाहिए।एक चेतावनी प्रणाली स्थापित करना चाहिए जो कि बाढ़ आने के समय सब को बता दी जाए और सब उससे बचने के लिए कोई निश्चित स्थान पर चले जाएं।बाढ़ की संभावना होने से पहले ही सबको खाना आदि जमा कर कर रखना चाहिए जिससे उनका खाने का भंडार (Essay on Flood in Hindi) कभी खाली ना हो और इस कठिनाई वाले समय में कार्य में आए। सबसे महत्वपूर्ण चरणों में से एक जल निकास व्यवस्था करना चाहिए जिससे पानी जमा ना हो और आसानी से निकलकर बाहर डेम या नदी में चला जाए।यदि कोई भी बांध बन रहा है तो उसमें सच्चे सामग्री को ना डालते हुए अच्छे और टिकाऊ सामग्री को डालना चाहिए जिससे बांध टूटे ना और बाढ़ की समस्या ना हो।यदि वर्षा की समस्या ज्यादा हो रही है तो लोगों को इस चीज के लिए चेतावनी देनी चाहिए कि बाढ़ की समस्या हो सकती है और अपना बचाव के लिए किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाए।
निष्कर्स:-
बाढ़ का आगमन एक प्राकृतिक आपदा है जिससे कोई भी नहीं रोक सकता परंतु यदि लोग कोशिश करें तो उसे बचा जा सकता है। इस स्थिति में लोग खुद को बचाना छोड़ कर के अपने चीजों को सुरक्षित करते हैं।लोग पहले से जागरूक ना रहकर के हर चीज को आसानी से सुलझा लेने की बात करते हैं और बाद में बाढ़ (Essay on Flood in Hindi) आने पर परेशान हो करके अपना आपा खो बैठते हैं। यही कारण है कि बाढ़ के समय में लोगों की ज्यादा से ज्यादा मृत्यु होती है।इससे अच्छा यही है कि बाढ़ की समस्या सुनने पर ही लोग सतर्क हो जाएं और अपना बचाव करने के लिए तत्पर रहें।
FAQ:-
1. बाढ़ क्या है?
उत्तर:- बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा है जो वर्षा के मौसम में पानी के औसत स्तर को बढ़ने के कारण होता है।
2. बाढ़ के समय में किन प्रकारों की बीमारियां सामने आती है?
उत्तर:- बाढ़ के समय में सर्दी खांसी बुखार मलेरिया और डेंगू की समस्याएं सामने आती है।
3. बाढ़ से पानी दूषित कैसे होता है?
उत्तर:- बाढ़ से पानी दूषित इसलिए होता है क्योंकि वह अपने साथ बहुत सारा गंदा पानी है कचरा लेकर आती है जो कि शुद्ध पानी में मिल जाता है।
4. बांध टूटे ना इसके लिए क्या उपाय करना चाहिए?
उत्तर:- बांध टूटे ना इसके लिए हमें सस्ते सामग्री ना लेते हुए सटीक सामग्री लेना चाहिए जिससे वह बना रहे और आसानी से ना टूटे।