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Essay on Food Wastages in India in Hindi

व्यक्ति के लिए जीवन चर्या को पूरा करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज अन्न होता है । हमने हमारे जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण है हम सब जानते हैं। अन्न के बिना हमारा जीवन समाप्त हो जाएगा। हम सब जानते है हमारा देश कितना बड़ा है, यहां की जनसंख्या बहुत ज्यदा है। पूरे 130 करोड़ से ज्यादा जनसंख्या के अन्न की व्यवस्था की जिम्मेदारी किसानों की होती है। किसान दिन रात मेहनत करके सभी व्यक्ति के लिए अन्न उगाते हैं ।  उस अन्य का सही उपयोग करना हमारे ऊपर है। परंतु कई लोग ऐसे होते है जो अपने खुराक से ज्यादा खाना बाना लेते है और इस्तेमाल ना होने पे फेक देते है। ये गलत है।

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अन्न की बर्बादी क्या है:-

भारत में बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें एक वक्त की रोटी प्राप्त नहीं होती व उन्हें भूखे पेट ही सोना पड़ता है। परंतु बहुत जगहों पर लोग इसकी बर्बादी करते है। उन्हें ये सोचना चाहिए कि हर किसी को अन्न नहीं मिलता और जिन्हे मिलता है वह बहुत भागयशाली होते है। लोग अपने खुराक से ज्यादा खाना बना करके उसे फेंक देते हैं । यह सब ही अन्य की बर्बादी है।ज्यादातर लोग होटल रेस्टोरेंट में जाते हैं और बहुत सारा खाना ऑर्डर कर देते हैं परंतु इतना खाना ना खाने की वजह से उन सब चीजों को फेंक देते हैं जबकि घर में लोग उतना ही बनाते हैं जितना वह खा पाते हैं। होटल में बर्बाद किया गया या खाना कूड़ेदान में डाल दिया जाता है जिस कारण यह पूरा खाना बर्बाद हो जाता है और बाद में किसी के काम भी नहीं आ पाता।

अक्सर लोग कहीं बाहर जाते हैं और वहां जाकर के ढेर सारा खाना मंगवा लेते हैं परंतु खाना पसंद ना आने की वजह से या फिर किसी और कारण की वजह से वह उस खाने को पूरी तरीके से नहीं खाते इस कारणवश वे सारे खाने को छोड़ देते हैं यह सब ही खाने की बर्बादी है। यदि किसी दिन उन्हें खाने का एक दाना ना मिले तब उन्हें खाने का महत्व समझ में आएगा। अगर माध्यम वर्ग और उच्च वर्ग के लोग नीचे वर्ग में आ जाए तो वह खाने के महत्व को समझ पाएंगे, क्युकी भोजन की कीमत भूख लगने पर ही पता चलती है। परंतु पैसा होने के कारण वह खाने के बर्बादी करने से पहले सोचते भी नहीं ।

अन्न की बर्बादी के कारण:-

लोक अन्न की बर्बादी वैसे तो बहुत तरीके से करते हैं परंतु इसका कोई एक ठोस कारण हो ना बहुत ज्यादा जरूरी हो जाता है।ज्यादातर लोग खाना उसी लिए बर्बाद करते हैं क्योंकि वह पूरे खाने को खा नहीं पाते और फेंक देते हैं। परंतु कुछ ऐसे लोग भी हैं जो खाने को रखे रखे खराब हो जाने से या फिर उस खाने के पसंद ना आने की वजह से भी खाने को फेंक देते हैं। यह सब ही खाने की बर्बादी के कारण है। इन कारणों की वजह से ही खाना प्रतिवर्ष भारत देश में हजारों क्विंटल की मात्रा में फेंके जाते हैं। जिस प्रकार का खाना रोज-रोज बर्बाद किया जाता है उसी प्रकार यदि आप किसी गरीब को दे दिया जाता तो उसका घर भी अच्छे से चल पाता। कई बार तो ऐसा भी होता है कि ज्यादा काम के वजह से लोग इस समय का खाना खा नहीं पाते और अगले समय में एक बार खा  के, बचा हुआ खाना छोड़ देते हैं जिस कारण उनके द्वारा छोड़ा गया खाना बर्बाद हो जाता है।

अन्न बर्बादी से परेशानियां:-

भारत देश में अन्न की बर्बादी करना एक आम बात है परंतु इससे होने वाली परेशानियों का वर्णन करना बहुत ज्यादा गंभीर है। अन्न की बर्बादी के कारण उगाई जाने वाली फसल में भी प्रभाव पड़ता है। लोग जिस प्रकार अन्य को बर्बाद करते हैं यदि उस तरीके से देखा जाए तो ज्यादा समय नहीं है कि लोगों को कोई खाने के लिए एक दाना भी नहीं रहेगा। अधिकतर लोग खाना खाए  बिना बीमारियो से मर जाते हैं और लोग खाना को ऐसे बर्बाद करते हैं जैसे उन्हें इससे कोई मतलब ही नहीं है। वह चाहे या ना चाहे परंतु उनके कारण देश में ऐसी बहुत सारी परेशानियां उत्पन्न हो रही है जिससे देश आगे बढ़ने में बाधक बन रहा है।कुछ ऐसी गरीब कस्बे और झोपड़िया भी है जहां पर खाने को एक दाना नहीं है परंतु लोगों द्वारा अनुवाद किया जाता है और इस जगह पर खाना दिया नहीं जाता।ऐसे लोग बस अपने हिस्से का कमाते हैं और खाते हैं वह कभी आगे नहीं बढ़ पाते यह सब  अन्य की बर्बादी के कारण है।

अन्न की बर्बादी को कैसे रोक?:-

अन्न की बर्बादी वैसे तो भारत देश में बहुत ज्यादा मात्रा में होती है परंतु यदि इसे रोकने का विचार सरकार के दिमाग में आ जाए तो वह इस पर कड़ी कार्रवाई कर सकते हैं। लोगों द्वारा स्वयं भी प्रयत्न करने पर अन्य का एक एक दाना बचाया जा सकता है।यदि लोग चाहे तो बस उतना ही खाना लेना या खाना पसंद करें जितना उनके पेट में जा सके, कूड़ेदान में जाने वाले खाने को वे किसी गरीब को दे दे। इन सब चीजों से ही वह भारत देश को आगे बढ़ने में मदद कर सकेंगे। कई लोग तो ऐसे भी हैं जो केवल एक वक्त खाना खाते हैं और उनके दो वक्त खाना भी फेंक देते हैं परंतु यदि वह ऐसा न करके किसी गरीब को दे दे तो उसके पूरे दिन का खाना हो जाए। ना खाना बर्बाद होगा और ना ही कोई भूखा सोएगा। सरकार द्वारा भी यह नियम लागू किया गया है कि यदि कहीं खाली जगह पर किसी ने खाना फेंका तो उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी।

निष्कर्ष :-

अन्न की महत्वता को हर व्यक्ति समझता है परंतु फिर भी वह इसकी बर्बादी  करता ही है। हमें अन्न को बचाना होगा जिससे आने वाले समय में इसका उपयोग हो। जितने खाने का उपयोग हो उतना ही घर में बनाना चाहिए और अगर बाना हुआ खाना बच जाए तो उसे गरीबों या जानवरो को दे दे ,जिससे खाने का सदुपयोग होगा और हर किसी को खाने के लिए अन्न मिल सकेगा। भारत में मारने वाले लोगो में बहुत लोग भूख से मरते है। और इस समस्या का निवारण की जिम्मेदारी सरकार के साथ हर व्यक्ति के कंधे पर है।अगर हर व्यक्ति चाहे तो रात में कोई भी व्यक्ति भूखे पेट नहीं सोएगा।

FAQ ( विषय से संबंधित प्रश्न):-

1.प्रश्न:- भारत में अन्न कि बर्बादी से सबसे ज्यादा कौन पीड़ित होता है?

उत्तर:- नीचे वर्ग के लोग और गरीब लोग इससे सबसे ज्यादा पीड़ित होते है।

2.प्रश्न:-  पूरी दुनिया में हर साल कितना खाना बर्बाद होता है?

उत्तर:-  आंकड़ों के अनुसार पूरी दुनिया में हर साल करीब 67 लाख करोड़ का खाना बर्बाद होता है।

3.प्रश्न:- अन्न की बर्बादी का प्रभाव सबसे ज्यादा किसपे पड़ता है?

उत्तर :-  अन्न की बर्बादी का प्रभाव सबसे ज्यादा गरीब किसानों पर पड़ता है ।वह अपनी पूरी मेहनत करके सभी के लिए अन्न उगते हैं परंतु इसे बर्बाद करने से पहले कोई एक बार सोचता भी नहीं।

4.प्रश्न:- अन्न का सही उपयोग हम किस प्रकार कर सकते हैं?

उत्तर:-  जितना एक व्यक्ति खा सकता है उसी हिसाब से खाना बनाए अगर फिर भी खाना बच जाता है तो वो भूखे गरीब या फिर भूखे जानवरो को दे दे जिससे उनका पेट भर सके।