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Essay on Himalaya in Hindi

हिमालय पर्वत एक बहुत बड़ी श्रृंखला है जो भारत के उत्तरी हिस्से में स्थित है। हर किसी ने पहाड़ों के दर्शन तो किए होंगे पर हिमालय इस दुनिया का सबसे बड़ा पर्वत है। हिमालय की चोटी तक पहुंच पाना बहुत मुश्किल होता है कुछ ही व्यक्ति हिमालय पर्वत की चढ़ाई कर पाते है। हिमालय पर्वत (Essay on Himalaya in Hindi) के आस पास भी बहुत ही सुंदर दृश्य आपको देखने को मिलेगा। यह क्षेत्र ही प्रकृति की सुंदरता को दर्शाता है। यहां आने वाले हर लोगों को हिमालय पर्वत अपनी तरफ आकर्षित कर देता है। हिमालय की चोटी तक चढ़ाई करने के लिए लोग बहुत दूर दूर से आते है और अपने लक्ष्य को पाने के बाद एक पताखा वाहा लहरा जाते है। हिमालय पर चढ़ने के बाद ऊपर से नीचे देखा जाए तो हर चीज चिटी समान नजर आती है। हिमायल की ऊंचाइयों तक चढ़ने के लिए साहस और धेर्य दोनों का होना बहुत जरूरी होता है, तभी आप अपने लक्ष्य तक पहुंच पाएंगे।

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हिमायल का अर्थ:-

हर शब्द का कोई ना कोई अर्थ होता है उसी प्रकार हिमालय का अर्थ उसके शब्द में ही छुपा हुआ है। हिमालय (Essay on Himalaya in Hindi) शब्द दो शब्द से मिल कर बना है हिम और आलय, हिम का अर्थ होता है बर्फ और आलय का अर्थ होता है आश्रय(घर) मतलब इस शब्द का पूरा अर्थ बर्फ का घर होता है। हिमालय पर्वत ना केवल भारत बल्कि नेपाल, भूटान, पाकिस्तान और चीन तक फैला हुआ है। हिमालय के ऊपर हिंदू धर्म में कई सारे ग्रंथ काव्य भी लिखे गए है। यहां अलग अलग प्रकार के पेड़ पौधे भी दिखाई देते है पर्वत पे कई सारी जड़ी बूटी भी पाई जाती है। दुनिया की सबसे बड़े पहाड़ की चोटी को माउंट एवरेस्ट भी कहा जाता है। प्राचीन समय से हिमालय पर्वत हमारी रक्षा कर रहा है।

हिमालय पर्वत भारत की रक्षा भी करता है, इस पर्वत की ऊंचाइयों को पार करना मुश्किल होता है इसी कारण टूरिज्म भारत को आसानी से चोट नहीं पहुंचा पाते। हिमालय पर्वत हमारे देश की रक्षा का दायित्व तो निभाता है उसके साथ ये हमारे मौसम को भी परिवर्तित करने का कार्य करता है।

हिमालय पर्वत का महत्व :-

मानव जीवन में हिमालय का बहुत महत्व है। प्राचीन समय से ही हिमालय पर्वत को सर्वोपरि माना गया है। इसकी लंबाई 2400 किलोमीटर और चौड़ाई 612021 वर्ग किलोमीटर है जो कि दुनिया का सबसे बड़ा पहाड़ माना जाता है। हिमालय पर्वत की विविधता की बात करे तो ये देश और दुनिया में अपने अलग अलग तत्वों से प्रसिद्ध है। हिमालय पर्वत की चढ़ाई करने पर लोगो को बहुत सी औषधी प्राप्त हुई उसके साथ अलग अलग पुष्पो और पौधों को देखा गया जो धरती में कहीं नहीं है| हिमालय पर्वत मनुष्य कल्याण के लिए ही भगवान द्वारा एक भेट है इसका आकर्षण हर किसी के ऊपर हो जाता है। बहुत से लोगो का ये सपना होता है कि वो हिमालय पर्वत की चोटी तक पहुंच सके, और अपना नाम पताखे के साथ लहराए।

हिमालय का महत्व प्राचीन काल से ही बहुत माना गया है। हमारी संस्कति भी हिमालय से जुड़ी है और इस पर्वत पे जड़ी बूटियों के साथ खनिज पदार्थ भी पाया जाता है जो वाहा आस पास रहने वाले निवासियों के लिए मददगार साबित होता है।

हिमालय पर्वत का दृश्य:-

हिमालय पर्वत का दृश्य बहुत ही मनोरम होता है। हिमालय पर्वत के आसपास के क्षेत्र बहुत ही सुंदर होते हैं यह क्षेत्र बर्फ से भरे होते है। हिमालय पर्वत (Essay on Himalaya in Hindi) की चढ़ाई करने पर ही सही मायने में इसकी सुंदरता का पता चलता है। हिमालय पर्वत पूरा बर्फ से ढका हुआ है। गर्मी के समय में सूर्य की किरण पड़ने पर बर्फ धीरे-धीरे पिघलने लगती है और नदियों में जाकर मिल जाती है। हिमालय पर लोग गर्मियों के समय घूमने भी आते है क्युकी ग्रीष्म ऋतु में धरती का ताप बढ़ जाता है और इसी कारण गरमियों से बचने के लिए लोग हिमालय के क्षेत्रो में अपना कुछ समय व्यतीत करने आते है।

हिमालय में जाने वाले लोग इसकी खूबसूरती का वर्णन अच्छे से कर सकते है। हिमालय की चोटी तक पहुंच कर नीचे का नज़ारा देख पाना मुश्किल होता है क्युकी हर तरफ बादल छाए होते है परंतु फिर भी बादलों के बीच छोटे छोटे घर मानो चिटी से भी छोटी नजर आती है। पहाड़ में हर जगह बर्फ ही बर्फ होती है, बर्फ सफेद चादर में ढका हुआ होता है और हिमालय बहुत ही खूबसूरत और मनोरम नजर आता है।

हिमालय पर्वत की मान्यता :-

हिमालय पर्वत की मान्यता हिंदू धर्म में भी दी गई है हिन्दू धर्म और संस्कृति में हिमालय को गिरिराज भी कहा गया है इसका अर्थ होता है देवताओं का निवास अर्थात हिमालय पर देवता वास करते है और हिंदू धर्म में ये भी कहा जाता है कि शिव जी ने हिमालय में बैठ के शांति पूर्वक तपस्या किए थे। भगवान शिव जी का निवासिय स्थान भी हिमालय (Essay on Himalaya in Hindi) को ही काहा गया है। हिमालय पर्वत को वहां के लोग पूजते भी है। इसके अलावा वहां के निवासी हिमालय पर्वत के कई सारे कथाओं के बारे में जानते है हिमालय का इतिहास प्राचीन समय से ही चलता आ रहा है।

हिमालय पर्वत की मान्यता प्राचीन समय से ही चली आ रही है यहां पर रहने वाले लोग हिमालय पर्वत को पूजते हैं और यहां की औषधि क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए जड़ी बूटी का कार्य करती है। यह बर्फ से घिरा हुआ एक बहुत बड़ा पहाड़ माना जाता है इसके ऊपर जब सूर्य की किरणें पड़ती है तो यह हीरे की तरह चमकता है। हिमालय पर्वत की सुंदरता को देखते ही लोग इसकी तरफ आकर्षित हो जाते हैं|

निष्कर्ष:-

हिमालय हमारे देश के उत्तरी भाग में स्थित है और यह हमारे साथ साथ और भी देशों के लिए अनेक से कार्य करता है। हिमालय हमारी प्रकृति का एक खूबसूरत तोहफा है जो मनुष्यो के कल्याण के लिए बना है। हिमालय पर्वत प्राचीन समय से ही धरती पर स्थित है यह धरती का सबसे बड़ा पर्वत माना जाता है। इस लेख में आपको हिमालय पर्वत से जुड़ी सभी बातों का पता चलेगा। हिमालय पर्वत की मान्यता मनुष्यो के लिए बहुत है और सदैव रहेगी।

FAQ:-

1.प्रश्न:- हिमालय पर्वत कितना ऊंचा है?

उत्तर:- हिमालय पर्वत की ऊंचाई 2400 किलोमीटर है।

2.प्रश्न:- हिमालय पर्वत कितने क्षेत्र फल में फैला हुआ है?

उत्तर:- हिमालय पर्वत 612021 वर्ग में फैला हुआ है।

3.प्रश्न:- हिमालय पर्वत को हिमालय नाम कैसे प्राप्त हुआ?

उत्तर:- इस पर्वत में चारों तरफ बर्फ की चादर बिछी हुई हैं इसलिए इसे हिमालय नाम दिया गया। हिमालय का अर्थ होता है बर्फ का घर।

4.प्रश्न:- हिमालय को हिंदू धर्म में और क्या कहते हैं?

उत्तर:- हिंदू धर्म के मुताबिक हिमालय का दूसरा नाम गिरिराज है।

5.प्रश्न:- हिमालय किस प्रकार मनुष्य के लिए महत्व रखता है?

उत्तर:- हिमालय के कारण ही भारत का जलवायु बना रहता है और यह हमारे देश की रक्षा भी करता है। हिमालय में पाई जाने वाली जड़ी बूटी लोगों के लिए औषधि मानी जाती है।