आज के समय में जहां हर कुछ इतनी तेजी से बढ़ता जा रहा है वहीं पर महंगाई एक ऐसी चीज हो गई है जिसे रोकना किसी के बस की बात नहीं रह गई। वर्तमान समय में लोगों की आमदनी बढ़ती जा रही है वैसे वैसे ही महंगाई भी बढ़ते जा रही है। ऐसा नहीं है कि हर चीज की महंगाई हो गई है परंतु यदि कहा जाए तो कुछ ही ऐसी चीज है जो सस्ते मिलते हैं। लोगों की व्यवसाय और धनराशि को देखकर क्या ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ ही समय में उनके द्वारा महंगाई इतनी ज्यादा बढ़ा दी जाएगी की आम जनता को छोटी सी चीज लेने के लिए भी सौ बार सोचना पड़ेगा। हो सकता है कि महंगाई बढ़ने के बहुत सारे कारण होपरंतु एकाएक महंगाई का बढ़ जाना लोगों के लिए परेशानी का विषय है। महंगाई वैसे तो हमेशा बढ़ते घटते रहती है और लोग भी इससे जानकार रहते हैं लेकिन जब से करोना काल आया है तब से महंगाई की सीमा टूट कर अलग अलग हो गई है। महंगाई को देखकर ऐसा लगता है कि मानो अभी महंगाई कभी नहीं रुकेगी लेकिन जो गरीब लोग हैं उनके लिए यह महंगाई भी उनकी जीवनी में बाधक हो रही है। इसके लिए हमारी सरकार भी बहुत सारी चीजो और आम सुविधाओं का निर्माण कर रही है परंतु इन सब चीजों के आते आते ही लोग महंगाई से ही मर जाएंगे।
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महंगाई का बढ़ता स्वरूप:-
भारत में वैसे तो सामानों का दाम बढ़ना और घटना लगा रहता है परंतु अगर ऐसा कभी हो जाएगी बस महंगाई बढ़ते जाएं और कभी कम ही ना हो तो न जाने क्या होगा। भारत में महंगाई वैसे तो हर बार नहीं बढ़ती परंतु जब बढ़ती है तो लोगों के पसीने छुड़ा देती है। यहां तक कि छोटे-छोटे ₹1 वाले चीजों पर भी दाम को बढा करके उसका मूल्य ज्यादा कर दिया जाता है। माना कि बाकी देशों में भी हर चीज का दाम घट का बढ़ता रहता है लेकिन वहां की सरकार इसके लिए ऐसी कोई भी कटौती या फिर सुविधा नहीं देती जो भारत में दिया जाता है। पेड़ पौधे में उगने वाली सब्जियों से लेकर की बड़े-बड़े मशीनों तक के रेट में अचानक से आई महंगाई के वजह से लोगों को जो मुसीबतों का सामना करना पड़ता है वह बहुत ही असहनीय होती है।
आज के समय में अगर हम किसी भी चीज की बात करें तो वह ₹100 के नीचे नहीं आती परंतु वहीं जब हम लोग पुरानी जिंदगी जीते थे तब ₹10 भी ₹100 के बराबर थे। कितना परिवर्तन आ गया है समय में जो चीज लोगों को खुशी देती थी वही चीज आजकल लोगों को परेशान करने लगी है। ऐसा नहीं है कि लोग कम कम आते हैं लेकिन जितना वह कमाते हैं वह पूरा ही अपने गुजर-बसर में खर्च कर देना यह सही बात नहीं है। इन्हीं सब चीजों को देखते हुए लोग महंगाई और इससे होने वाली तकलीफों का सामना करने से चूक जाते हैं।
महंगाई बढ़ने के क्या क्या कारण है?:-
महंगाई बढ़ने के वैसे तो बहुत सारे कारण हैं परंतु इनमें से जो सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है वह है भारत में कांटा जाने वाले टैक्स। टैक्स एक ऐसी चीज है जिसकी मदद से सरकार आम जनता से पैसे लेकर के उनके लिए बहुत सारी सुविधाओं का निर्माण कराते हैं जैसे कि स्कूल, रोड, अस्पताल आदि। यह तो पहला कारण वह महंगाई के बढ़ने का लेकिन महंगाई के बढ़ने के और बहुत सारे कारण हैं जिनमें से एक और है पैदावार का कम होना। जैसे कि यदि कभीमौसम या फिर किसी और परेशानी की वजह से फसलें नहीं हुआ पाते हैं तो बचे कुचे सामानों को ही बेच कर लोग अपना फायदा कमाते हैं। बचा कर रखी गई चीजों का दाम लोग बढ़ा देते हैं क्योंकि उनके लिए बस यही एक आखरी उपाय रहता है। इसको और एक कारण है कि जब भी किसी प्रकार की सुविधा और परेशानी देश है होती है तो हर जगह पर रोग लगा दिया जाता है। जिस कारण से माल समय पर दुकानों तक नहीं पहुंच पाते कारणवश लोगों को बचा कुचा सामान ही 2 गुना 3 गुना रेट में बेचना पड़ता है। यह सब तो आम कारण है कि महंगाई इतनी ज्यादा क्यों बढ़ी हुई है।जैसे कि हमें आज कल दिन को रोना काल में देखने को मिल रहा है कि हर चीज का दाम आसमान छू रहा है इसके लिए भी यही सब कारण जिम्मेदार हैं।
महंगाई को कम कैसे किया जाए?:-
आम जनता किसी भी प्रकार से महंगाई को कम या ज्यादा नहीं करती इसका बागडोर पूरा सरकार के हाथ में होता है। सरकार द्वारा ही इन सब चीजों पर निर्णय लिया जाता है कि दाम कम होगा या बढ़ेगा। परंतु यदि कुछ ऐसा हो ही ना जिस कारण महंगाई बढ़ी तो लोगों को इससे राहत मिल सकती है। जैसे कि यदि सरकार को टैक्स देना है तो सरकार केवल उन लोगों से टैक्स से जिनकी कमाई लाख के ऊपर है। सरकार को गरीब परिवारों के लिए राशन का इंतजाम करना चाहिए। पैदावार खराब ना हो इसलिए किसानों को उसकी देखरेख अच्छी से करनी चाहिए। और यदि किसी भी प्रकार का कोई असुविधा या परेशानी होती है तो इसके लिए देश को पहले से तैयार रहना चाहिए इन्हीं सब कारणों से हम महंगाई और उससे होने वाली परेशानियों से बच सकते है। हर साल पढ़ने वाली महंगाई में यदी कटौती की जाए तो लोग अपने अपने परिवार को आराम से चला लेंगे।
महंगाई के कारण होने वाली परेशानियां:-
महंगाई के कारण वैसे तो बहुत सारी परेशानियां देखने को मिलती है परंतु जो गरीब परिवार होते हैं उनके लिए यह सबसे ज्यादा कठिन समय होता है।बड़े से बड़े घर के लोगों की बागडोर खिल जाती है महंगाई के कारण तो फिर आम जनता तो जितना कम आती है उतने में ही अपना गुजर-बसर करती है। एकाएक महंगाई के बढ़ने के कारण लोगों की सारी जमा पूंजी भी खत्म हो जाती है यहां तक कि उनके पास थाने के भी पैसे नहीं रहते। महंगाई वैसे तो हर वर्ष पड़ती है लेकिन थोड़ी-थोड़ी परंतु इस समय हो रही है ऐसा कभी नहीं हुआ था । एकाएक महंगाई के बढ़ने के कारण लोग बहुत ज्यादा परेशान हो गए हैं ₹100 उड़ने वाली चीज है ढाई सौ रुपए में मिलती है और ढाई सौ में मिलने वाली चीज 500 में । यही कारण है कि लोग और भी ज्यादा गरीब हो जाते हैं और देश की आय व्यवस्था गड़बड़ा जाती है।
निष्कर्ष:-
देश केआर्थिक स्थिति को बराबर रखने के लिए महंगाई का वर्णन उचित है परंतु यदि महंगाई इतनी ज्यादा बढ़ जाए तो लोग खाएंगे क्या? यदि महंगाई बढ़ भी रही है तू शुरुआत शुरुआत में कम रहे और बाद में बड़े लेकिन एकाएक इतना सारा हो जाने से लोग हरबरा जाते हैं। इसलिए हमारे सरकार को पहले से इस चीज की चेतावनी देकर कि काम करना चाहिए। और लोगों को जो व्यवसाय करते हैं उन्हें भी दूसरे लोगों की मजबूरी को समझना चाहिए ना कि उसका फायदा उठाना चाहिए। यदि हम ऐसा प्रयास करना चालू कर दे तो हो सकता है एक दिन महंगाई आने पर भी हर कोई आराम से बैठकर खाना खा सके। महंगाई का बढ़ना आम बात है परंतु यदि ज्यादा मात्रा में बढ़ जाती है तो एकाएक हर चीज के मुल्ले में भारी बढ़ोतरी हो जाती है जिस कारण लोग उस चीज को खरीद नहीं पाते। और अकादमी महंगाई के बढ़ने के कारण परेशान हो जाते हैं यहां तक कि कुछ लोग तो आत्महत्या जैसी भी गलत चीजें सोचते हैं। इसीलिए यदि महंगाई बढ़ती है तो कम मात्रा में बढ़े ।