
Essay on Music in Hindi : संगीत एक ऐसी विधा है, जिससे न सिर्फ इस विधा को सीखने वाले बल्कि इस सुनने वाले भी लाभान्वित होते हैं। संगीत का महत्व कितना अधिक है, इसका वर्णन वेदों में दिया गया है।
संगीत का सम्बंध ब्रम्हांड से भी है। कहा जाता है कि अंतरिक्ष मे एक स्वर गुंजायमान मान है जिसे खास यंत्रों के माध्यम से सुना जा सकता है।
संगीत जीवन मे उमंग और उत्साह लाता है। कोई भी उत्सव संगीत के बिना पूरा ही नही हो सकता है। संगीत प्राचीन काल से हम इंसानों के जीवन एक अहम हिस्सा रहा है।
जगह के अनुसार संगीत का स्वरूप बदलता रहता है लेकिन ऐसी कोई सभ्यता नही हुई है, जिसके दिनचर्या में संगीत की जगह न हो।
संगीत पर निबंध (Essay on Music in Hindi) – 300 शब्द (Words)
हमारे जीवन मे कई खुशी के पल आते हैं जिनका हम जश्न मनाते हैं। लेकिन यह जश्न तब तक पूरा नही होता है जब तक कि उसका हिस्सा संगीत न हो। संगीत के होने से किसी भी जश्न का मजा कई गुना बढ़ जाता है।
क्योंकि संगीत हम इंसानों के अंदर बसा है। संगीत से हमारे दिमाग की कार्यक्षमता भी जुड़ी है, तभी तो एक अच्छा और मधुर संगीत सुनते ही हमारा दिमाग जया शांत और क्रियाशील हो जाता है।
संगीत है जरूरी.
यदि कोई कहे कि इस दुनियाँ दे संगीत हटा दे तो दुनियाँ कैसी रहेगी? इस पर मैं यही कहूंगा कि दुनियाँ एक मरुस्थल की तरह हो जाएगी जहाँ सदियों से बारिश की एक बूंद भी नही गिरी है।
संगीत से जीवन खिलता है, सजता और सवरता है। संगीत से हम इंसानो के अंदर तरह तरह के भावों का जन्म होता है। ये भावना ही इंसान को इंसान बना कर रखती है।
मैंने कई ऐसे किस्से सुने हैं जिनमे कहा जाता है कि वीर सैनिकों के भी अपने कुछ पसन्दीदा देशभक्ति से भरे गाने होते हैं, जिन्हें वो युद्धभूमि में गुनगुनाते है जिससे कि युद्ध मे लड़ने की भावना प्रबल होती है।
हम जिस तरह का संगीत सुनते हैं उसी तरह के भाव में में उत्पन्न होते हैं। इसीलिए कहा जाता है कि हमेशा अच्छा संगीत सुनना चाहिए।
संगीत का है योग.
संगीत के योग की तरह है जो हमारे मन और मष्तिस्क पर बहुत सकारात्मक असर डालता है। संगीत से मन मे एक सकारात्मक ऊर्जा का जन्म होता है, जिससे कि हमे खुशी का एहसास होता है।
आज चिकित्सा जगत भी इस बात को मान रहा है कि संगीत से कई तरह से रोग ठीक किये जा सकते हैं खासकर मानसिक रोगों को ठीक करने में यह काफी सहायक साबित हो सकता है।
उपसंहार
संगीत हमारे लिए एक मित्र के समान है, जो बुरे वक्त में भी हमारा साथ देता है। इसलिए संगीत से कभी दूरी नही बनानी चाहिए बल्कि मधुर संगीत को जीवन का अहम हिस्सा बनाना चाहिए।
संगीत पर निबंध (Essay on Music in Hindi) – 400 शब्द (Words)
यदि कोई मुझसे पूछे कि संगीत का मेरे जीवन मे क्या महत्व है तो मैं बिना देर लगाए कहूंगा यह मेरे लिए एक मित्र के समान है जो मुझे कभी अकेला नही छोड़ता है।
संगीत हम सब के लिए एक वरदान के समान है, जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों का बेहतर खयाल रखता है।
संगीत एक दुनियाँ है, जिसमे हर तरह के भाव बसे होते है। इनमे दुख, सुख, खुशी गुस्सा के अलावा हर तरह के एहसास शामिल होते हैं, जो हर इंसान को अपने से लगते हैं।
संगीत हम सब को सभ्य बनाता है। इंसानी जज्बातों को जाहिर करने का जरिया देता है। यदि मेरे जीवन से संगीत हटा दिया जाए तो यह जीवन ही अधूरा है क्योंकि संगीत भावना है और भावना के बिना इंसान एक पत्थर के समान ही है।
संगीत सीखने की ललक.
संगीत से मेरा लगाव बचपन से ही रह है। मेरे पिता जी अक्सर सुबह सुबह ईश्वर भक्ति की भावना से भरे भजन लगा दिया करते थे। उस वक़्त मैं छोटा था। तब मुझे ज्यादा तो समझ नही थी। लेकिन उन संगीतों का असर मेरे मन, मष्तिस्क में कुछ इस तरह से हुआ कि ईश्वर पर मेरी गहरी आस्था हो गई।
आज जब भी मैं खुद को किसी मुसीबत में फसा हुआ पाता हूँ तो ईश्वर पर भरोसा होने के कारण ज्यादा परेशान नही होता।
मुझे नही पता कि यदि बचपन मे मैं इस तरह के माहौल में नही रहता तो क्या तब भी मेरे अंदर इतना ही आत्मविश्वास रहता?
स्कूल के दौरान मैंने संगीत सीखने की कोशिश भी की। इसे सीखना बेहद ही आसान है। बस 7 सुरों के साथ ताल मेल बैठाना पड़ता है।
संगीत की दुनियाँ बहुत ही खूबसूरत है। जो भी इसमे जाता है, उसे सुकून तो नसीब होता ही है।
भारतीय संगीत.
भारत और संगीत का बहुत पुराना नाता रहा है। ऐसा कहा जाता है संगीत की रचना स्वयं भगवान शिव ने की थी। इसीलिए उन्हें कला का स्वामी भी कहा जाता है।
भारतीय संगीत ने इतिहासकाल से लेकर आजतक अपनी छाप पूरे विश्व समुदाय पर डाली है। तभी तो आज विश्व के हर कोने में भारतीय संगीत को पसंद करने वालों की कमी नही है।
उपसंहार.
किसी भी पल को बेहद खास बनाने के लिए और अपनी भावनाओं को बेहतर तरीके से जाहिर करने के लिए सबसे बेहतर माध्यम संगीत है। संगीत का स्वरूप वक़्त के साथ बदलता रहा है लेकिन संगीत का साथ कभी छूटा नही है।
संगीत पर निबंध (Essay on Music in Hindi) – 500 शब्द (Words)
संगीत और मानव का साथ बहुत प्राचीन है। वेदों में भी संगीत का जिक्र मिलता है। पूरी दुनियाँ की प्राचीन सभ्यताओं के बारे में जानने पर पता चलता है कि हर सभ्यता में संगीत जरूर मौजूद रहा है, भले वह दूसरी सभ्यता से भिन्न हो।
संगीत से मेरा जुड़ाव बहुत गहरा है। मैं खुद को बहुत सौभाग्यशाली समझता हूं कि मुझे बचपन से ही ऐसा वातावरण मिला जहाँ पर संगीत को काफी अहमियत दी जाती थी।
जीवन मे संगीत क्यों है जरूरी?
जीवन खुद एक संगीत है, और यदि इसे संगीत के साथ लयबद्ध कर दिया जाए तो जीवन बहुत मधुर बन जाता है। हम सब किसी न किसी तरह का संगीत जरूर पसंद करते हैं।
और इस बात में कोई बुराई नही है। बल्कि बुराई इस बात में है यदि आप संगीत से दूरी बनाकर रखे हुए हैं। संगीत आपके दिमाग को शांत बनाता है, तनाव दूर कर राहत देता है।
यदि आप नियमित रूप से मधुर और रुचिकर संगीत सुनते हैं तो आप खुद ही महसूस करेंगे कि आपकी मनःस्थिति खुशमय रहेगी और किसी विषम परिस्थिति में भी आप पूरी सजगता के साथ अपना निर्णय ले सकेंगे।
संगीत से मन को शांति मिलती है। कई तरह की मानसिक दिक्कतें सिर्फ अच्छा संगीत सुनने से ही दूर हो जाती हैं। ऐसे में संगीत से दूरी बनाने का मतलब है खुद का नुकसान करना.
मेरे जीवन मे संगीत का प्रभाव.
मेरे जीवन मे भी संगीत का गहरा प्रभाव है। मुझे याद है जब मैं छोटा था तब मेरे हिंदी विषय के शिक्षक घर आया करते हैं। पापा के साथ बातों बातों में भक्ति से संबंधित अच्छी भजने सुनाया करते थे।
तभी से मेरे मन मे भी यह इच्छा पलने लगी थी कि एक दिन मैं भी इसी तरह गाना चाहता हूं। मेरी इच्छा जल्द ही हकीकत में बदलने जा रही थी क्योंकि वो मुझे संगीत सिखाने वाले थे।
मैं उनसे करीब 2 महीने तक संगीत की शिक्षा लिया। इस दौरान उन्होंने ने मुझे बताया कि अभ्यास का महत्व कितना अधिक है। संगीत सीखने के दौरान ही मेरे शिक्षक ने कई और अहम चीज़े बताई जिससे कि मुझे जीवन मे काफी मदद मिली।
मात्र 2 महीने में ही मैंने अपने अंदर एक बदलाव महसूस किया। संगीत ने मेरे जीवन मे गहरा अनुशासन ला दिया था। अब मैं पहले से ज्यादा संयमित और अपने काम के प्रति सजग महसूस करने लगा था।
यह अनुभव वैसा ही था जैसे मेरे अंदर एक नई चेतना का जन्म हुआ हो और वही मुझे मार्ग दिखा रही हो।
संगीत का मानव जीवन पर प्रभाव.
मानव जीवन की सोच को निर्धारित करने में संगीत एक अहम भूमिका निभाता है। हम जिस तरह का संगीत सुनते हैं उसी तरह की भावना का जन्म भी हमारे अंदर होता है। इसके बाद हमारे कर्म भी उसी भावना से जुड़े होते हैं।
ऐसे में यह जरूरी है संगीत का चयन बहुत सोच समझकर किया जाए। संगीत में इतनी शक्ति होती है कि वह आपको एक सफल इंसान बना सकता है।
उपसंहार.
इंसानी भावनाओ की अभिव्यक्ति ही संगीत है। इसलिए संगीत को अपने जीवन का हिस्सा जरूर बनाना चाहिए जिससे कि हम संवेदनशील हो सकें।
संगीत पर निबंध (Essay on Music in Hindi) – 600 शब्द (Words)
बहुत से लोग संगीत के इतने दीवाने होते हैं कि घर, ऑफिस, या बाइक चलाते वक्त भी अपनी पसंद का संगीत सुनते रहते हैं। किसी का जन्म दिन हो या फिर शादी के जुड़े कार्यक्रम हर जगह संगीत की एक खास जगह होती है।
हालांकि आज संगीत की जगह फिल्मी गानों ने ले ली है, लेकिन पहले घर और मोहल्ले की महिलाएं एकत्रित होकर कोई गाना गाती थी, कोई ढोल बजाती थी तो कोई मंजीरा।
आजकल दुनियाँ की बड़ी बड़ी कंपनियां यह समझ चुकी है कि संगीत सुनने से मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ जाती है।
इसलिए अब कई कंपनियों में काम करने के दौरान ही मधुर संगीत हल्के स्वरों में चलता रहता है।
संगीत से लगाव
संगीत से मेरा लगाव बहुत पुराना है। मेरे पिताजी को संगीत से बहुत गहरा लगाव था। उस दौर में टीवी नही होती थी। मनोरंजन का साधन रेडियो होता था।
पिताजी का रेडियो दिनभर बजता रहता, और कोई न कोई गाना चलता ही रहता। उसी का असर आज मुझ पर हुआ है है। मैं पढ़ाई करते वक़्त भी हल्के स्वरों में गाना सुनना पसंद करता हूँ क्योंकि इससे मेरा ध्यान एकाग्र होता है।
पढ़ाई के अलावा खाली वक़्त में या कही घूमते हुए, गार्डन में बैठे हुए गाने सुनता रहता हूँ।
संगीत का सकारात्मक प्रभाव.
संगीत हमेशा हमारे अंदर की नकारत्मकता को दूर करके मन को सकारात्मक विचारों और भावनाओं से भरता है। हमारे जीवन में यह बहुत अहम होता है कि भाव की तरह के है।
यदि भाव अच्छे होंगे तो कर्म भी अच्छे ही होंगे। जीवन मे हार नही मानेंगे और सबसे अहम बात की हम खुश रहेंगे फिर चाहे वह कितनी भी विषम परिस्थिति क्यों न हो।
संगीत हमारी भावनाओ को पोषित करता है। संगीत में एक ऐसी खास बात होती है जो बाकी किसी विधा में नही होती है, वह यह है कि इसके जरिए हम यादों से जुड़े होते हैं।
कोई खास संगीत सुनते ही हमारे मन मे कोई पुराने खयाल आने लगते हैं। हो सकता है मन एक बार फिर उस पुरानी परिस्थिति को एक नए सिरे से देखे।
संगीत में बहुत ताकत होती है। यह इंसान को बिलकुल बदल सकती है। इसलिए मैंने भी यह निर्धारित किया है कि प्रतिदिन ऐसे संगीत जरूर सुनूंगा, जिनसे मुझे फायदा हो।
क्योंकि संगीत का हमारे मन, मष्तिस्क पर बहुत गहरा असर होता है। यदि संगीत का सदुपयोग किया जाए तो नकारात्मक व्यक्ति को भी सकारात्मक बनाया जा सकता है वही दुरुपयोग करने पर सकारात्मक व्यक्ति भी नकारत्मकता से भर जाता है।
जीवन मे संगीत का महत्व.
संगीत में इतनी ज्यादा शक्ति होती है कि यह किसी के जीवन को बना सकता है और बिगाड़ भी सकता है। इसलिए संगीत का उपयोग करते वक़्त बहुत सावधानी रखनी चाहिये।
संगीत का असर न सिर्फ इंसानों पर होता है बल्कि पशु, जीव जंतुओं के अलावा पेड़ों के ऊपर भी असर दिखाई देता है। वैज्ञानिकों ने एक प्रयोग में पाया था कि जिस पौधे के पास संगीत चलाया गया था, उसका विकास उस पेड़ की तुलना में ज्यादा तेजी से हुआ जो संगीत के सानिध्य में नही था।
हमारे देश मे एक से बढ़कर एक संगीतकार जन्मे हैं। इन्ही में से एक तानसेन हैं। जिनके बारे में कहा जाता है कि वो भैरवी राग जब गाते थे तो बारिश होने लगती थी।
बुझे दीपक जल उठते थे। यदि इन बातों में सच्चाई है तो इससे यह बात पता चलती है कि संगीत और प्रकृति का सीधा संबंध है।
उपसंहार.
संगीत एक औषधि है,योग है जो हमारे तन मन और मष्तिस्क के बीच एक तारतम्य बैठाता है। संगीत के कारण हमारे शरीर मे कई तरह अच्छे हार्मोन्स जन्म लेते है, जिससे कि हमें लाभ होता है। इसलिए संगीत को जीवन का हिस्सा जरूर बनाना चाहिये, क्योंकि इसके फायदे ही फायदे हैं।