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Essay on my Favorite Player in Hindi

इस दुनिया में बहुत सारे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल खेले जाते है। हजारों खेल के खिलाड़ी भी बहुत प्रसिद्ध होते है। सभी खिलाड़ी (Essay on my Favorite Player in Hindi) अपनी तरफ से अच्छा खेलकर लोगों के सामने अपना प्रदर्शन प्रभावशाली बनाते हैं। लोगों के बीच इनकी छवि बहुत ही अच्छी बन जाती है। जैसे हर किसी का कोई ना कोई प्रिय खिलाड़ी होता है उसी प्रकार मेरी भी एक प्रिय खिलाड़ी है। मुझे टेनिस खेलना बहुत पसंद है और टेनिस के बहुत ही अच्छी खिलाड़ी सानिया मिर्जा मेरी प्रिय खिलाड़ी है। बचपन से ही इनके अंदर कई सारे हुनर थे। सानिया मिर्जा जानी-मानी खिलाड़ियों में से एक है इन्होंने भारत का नाम भी कई बार ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। भारत के कई सारे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम बनाया है उन्हीं में से एक सानिया मिर्जा भी है। सानिया मिर्जा के खेलने  का तरीका बहुत ही आकर्षक लगता है इसलिए ये मेरी प्रिय खिलाड़ी बन गई।

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सानिया मिर्जा का जन्म:-

सानिया मिर्जा का जन्म सन 1986 में 15 नवंबर को हुआ था और इनका जन्म स्थान मुंबई है। इनका जन्म एक साधारण सामान्य वर्गीय परिवार में हुआ था जिसमें कुल 4 सदस्य है। उनके पिता का नाम इमरान मिर्जा और माता का नाम नसीम मिर्जा है। इनकी एक छोटी बहन भी है जिनका नाम अनाम मिर्ज़ा है। बचपन से ही सानिया मिर्जा अपने घर में बहुत ही लाडली रही है उनके पिताजी एक बिल्डिंग डिपार्टमेंट का कार्य करते थे। सानिया मिर्जा को पेंटिंग का बहुत ही शौक था जिसके लिए उनके पिता ने पेंटिंग बेचने का बिजनेस चालू किया। इस बिजनेस को चलाने के लिए इनकी मां ने भी बहुत मेहनत की थी और सानिया मिर्जा बहुत ही सुंदर पेंटिंग बनाया करती थी। सानिया मिर्जा के पिता एक अच्छे बिल्डर थे परंतु इसके साथ-साथ ही संवादाता का भी कार्य करते थे।

सानिया मिर्जा का स्कूली जीवन मुंबई से शुरू हुआ था। सानिया मिर्जा पढ़ाई के साथ-साथ खेल में भी रुचि रखती थी। सानिया मिर्जा ने अपने खेल की शुरुआत 6 वर्ष से ही शुरू कर दी थी।

मेरे प्रिय खिलाड़ी का प्रतिभा:-

मेरे प्रिय खिलाड़ी सानिया मिर्जा की प्रतिभा की बात किया जाए तो इनकी रूचि पेंटिंग, के साथ-साथ टेनिस खेल में भी रही है। बचपन से ही सानिया मिर्जा खेल को लेकर बहुत गंभीर रहती थी स्कूल समय से ही इन्होंने राज्य स्तर पर खेल खेलना शुरू कर दिया था। इसके अलावा सानिया मिर्जा बहुत अच्छी तैराक भी है। यह एक बहुत ही अच्छी प्रतिभा शील महिला है। प्रारंभिक शिक्षा पूरा करने के बाद इन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई चेन्नई में जारी रखी। अपने जीवन में ये बहुत ही अच्छी छात्र भी रही है। इनकी प्रतिभा का गुणगान (Essay on my Favorite Player in Hindi) पूरे विश्व भर में किया जाता है। सानिया मिर्जा को टेनिस खेल में कई सारी उपाधियों से सम्मानित भी किया गया। साहस धैर्य और लगन तीनों के साथ ही उन्होंने अपना नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा है। सानिया मिर्जा एक बहुत ही अच्छी खिलाड़ी रही है। पूरे जीवन काल में ये अपने खेल के प्रति जागरूक रही है।

सानिया मिर्जा की उपलब्धियां:-

भारत के नंबर वन खिलाड़ी में से एक नाम सानिया मिर्जा का भी आता है। टेनिस खेल में ग्रैंड स्लैम खिताब भी जीता है और इसके अलावा 6 गोल्ड और 8 सिल्वर पदक भी हासिल कर चुकी है। इनकी उपलब्धियां खेल में बहुत है। सन 2012 से पहले यह एक खिलाड़ी के रूप में ही खेलती थी। परंतु एक घटना के बाद इन्हें गंभीर चोट लगने की वजह से इन्होने डबल टेनिस खेलने का निर्णय लिया। यह कभी भी किसी भी परिस्थिति में हार मानने वाली महिला नहीं थी। सानिया मिर्जा आज भी सब महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है। मेरी प्रिय खिलाड़ी (Essay on my Favorite Player in Hindi) सानिया मिर्जा के जीवन को देखें तो यह अपने संघर्ष से काफी नाम रोशन कर चुकी है। भारत के साथ-साथ इन्होंने कई सारे देशों में जाकर अपने खेल का प्रदर्शन किया है। भारत के गौरवशाली महिलाओं में इनका नाम भी शामिल होता है।

सानिया मिर्जा का सबसे बेहतरीन पल:-

मेरे प्रिय खिलाड़ी सानिया मिर्जा शुरू से ही बहुत ही अच्छी खिलाड़ी रही है। सन 2003 उनके लिए सर्वाधिक सफल वर्षा है। उस साल की बात की जाए तो सानिया मिर्जा ने एशिया खेल में 4 गोल्ड जीते है। और उसके अगले साल भी इन्होंने 6 पदक जीते है। सानिया मिर्जा को भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया है। और इसके अलावा 2004 को अर्जुन अवार्ड से भी नवाजा गया। इनकी कामयाबी का यह बहुत ही अच्छा साल रहा है। इनके खेल को देखते हुए राजीव गांधी खेल रत्न से भी सम्मानित किया गया। अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देती आई हैं जिन्होंने इनका साथ हर रास्ते पर दिया है।

सानिया मिर्जा अपने खेल को लेकर बहुत ज्यादा गंभीर रहती थी और यह उनका सपना था कि वे अंतरराष्ट्रीय (Essay on my Favorite Player in Hindi) स्तर पर अपने खेल को प्रसिद्ध कर सके। इनके खेलने का तरीका मुझे बहुत पसंद आया इसलिए ये मेरी प्रिय खिलाड़ी बन गई। टेनिस एक बहुत ही अच्छा खेल है और इसे जीतना भी सफाई से खेला जाए यह उतना ही बेहतरीन बनता जाता है।

निष्कर्ष:-

पूरी दुनिया में बहुत सारे खिलाड़ी है जो अपने अपने क्षेत्रों में खेल को बेहतरीन बनाने के लिए नए अंदाज में खेलते हैं और वह हमारे प्रिय खिलाड़ी बन जाते हैं। सिर्फ उनके खेल को पसंद कर लेने से हमारे प्रिय खिलाड़ी नहीं कहलाते बल्कि उनके हुनर को देखते हुए उनसे प्रेरित होना और उन्हीं की तरह अपने नाम को रोशन करने की चाह रखने से ही वह हमारे प्रिय खिलाड़ी बनते है। सानिया मिर्जा का जीवन बहुत ही कठिन रहा है यह एक साधारण परिवार से बढ़कर अपना नाम रोशन करती आई है।

Faq:-

1.प्रश्न:- मेरी प्रिय खिलाड़ी का नाम क्या है?

उत्तर:- मेरी प्रिय खिलाड़ी का नाम सानिया मिर्जा है।

2.प्रश्न:- सानिया मिर्जा का जन्म कब हुआ था?

उत्तर:- सानिया मिर्जा का जन्म 15 नवंबर 1986 को हुआ था।

3.प्रश्न:- सानिया मिर्जा की प्राथमिक शिक्षा कहां से हुई थी?

उत्तर:- सानिया मिर्जा की प्राथमिक शिक्षा इनके जन्म स्थान मुंबई महाराष्ट्र से ही हुई थी।

4.प्रश्न:- टेनिस के अलावा सानिया मिर्जा को और किस चीज का शौक था?

उत्तर:- सानिया मिर्जा को पेंटिंग का बहुत ही ज्यादा शौक था उन्होंने कई बड़ी-बड़ी पेंटिंग बनाए हैं उसके बाद यह अपने खेल को लेकर सजग हो गई।

5.प्रश्न:- सानिया मिर्जा को पद्मश्री से सम्मानित कौन से वर्ष में किया गया था?

उत्तर:- सानिया मिर्जा एक बहुत ही अच्छी खिलाड़ी थी इसलिए उन्हें वर्ष 2006 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।