Home निबंध Essay on Plastic Ban in India in Hindi

Essay on Plastic Ban in India in Hindi

वर्तमान समय में भारत देश तरक्की कर रहा है उतना ही ज्यादा नुकसान का सामना भी भारत को करना पड़ रहा है। भारत में वैसे तो बहुत सारी चीजों को लेकर के परेशानियां है परंतु आज के समय में सबसे बड़ी परेशानी बन चुका है प्लास्टिक। प्लास्टिक का मतलब रोजमर्रा की जिंदगी में उपयोग किए जाने वाला पॉलिथीन या फिर प्लास्टिक बैग्स। प्लास्टिक के अंदर सिर्फ प्लास्टिक बैग्स ही नहीं बल्कि प्लास्टिक के बॉटल्स,प्लास्टिक के खिलौने,आदि चीजे भी आती है। प्लास्टिक एक ऐसी चीज है जो देश में इतनी जवानी कर रहा है कि देश को प्लास्टिक को बैन करने की नौबत आ गई हैं।वैसे तो प्लास्टिक का उपयोग सबसे ज्यादा हमारी रोजमर्रा के इस्तेमाल में होता है लेकिन प्लास्टिक से होने वाले खतरों को हम नजरअंदाज नहीं कर सकते।देखने में लुहावड़ और सुंदर लगने वाला प्लास्टिक बहुत ज्यादा खतरनाक और जानलेवा साबित हो सकता है।ना समझो नजरअंदाज ही के कारण होने वाली परेशानियों को लोग आज नहीं समझ रहे परंतु आने वाले समय में इससे होने वाली समस्या इतनी लगा बढ़ जाएगी कि लोगों के पास और कोई उपाय नहीं होगा। शायद इसी कारण सरकार ने प्लास्टिक को बैन करने की घोषणा की थी।

Table of Contents

प्लास्टिक क्या है और कैसे बनता है?:-

प्लास्टिक एक प्रकार का ऐसा धातु है जिसके अंदर बहुत सारी केमिकल चीजें मौजूद होती हैं और जिनके मदद से इसको बनाया जाता है।हमने कई बार बाजारों से रंग बिरंगी प्लास्टिक बैग्स लिए होंगे परंतु सारे प्लास्टिक बैग से ज्यादा यह कलरफुल प्लास्टिक बैग हानिकारक होते हैं। यदि देखा जाए तो प्लास्टिक को बनाने का प्रक्रिया बहुत ही ज्यादा साधारण है क्योंकि इसके अंदर सारी वेस्ट चीजों से मिला करके बनाया जाने वाला कचरा एक प्लास्टिक का रूप ले लेता है। जिसको शेप और कलर डाल कर के उसे मार्केट में बेचा जाता है।प्लास्टिक बैन करने के ऊपर तो ऐसे सरकार बहुत समय से थी परंतु प्लास्टिक बैन करने के लिए सरकार को जनता का भी साथ जरूरी है। इसीलिए सरकार ने 2015 में प्लास्टिक की बैन होने की घोषणा की थी। प्लास्टिक को बनाने की प्रक्रियाआम प्रक्रियाओं से बहुत ज्यादा अलग है क्योंकि इसके अंदर जो मशीनें होती है उसमें बहुत सारे केमिकल और बहुत सारे हानिकारक मिश्रण का उपयोग किया जाता है।

प्लास्टिक से खतरा:-

छोटा-छोटा और सुंदर दिखने वाला रोजमर्रा के दिनों में काम आने वाली है प्लास्टिक बहुत ही ज्यादा हानिकारक और खतरनाक है। रोजमर्रा की जिंदगी में उपयोग किए जाने वाला प्लास्टिक इतना हानिकारक है कि उसे किसी प्रकार से नष्ट भी नहीं किया जा सकता। राशि को नष्ट न कर पाने की वजह से लोग इसे नदी नाले और और ऐसी जगह पर फेंक देते जहां कोई आता परंतु इसके कारण भी प्लास्टिक का खतरनाक प्रभाव देखने को मिलता है।जिस नदी नाले में प्लास्टिक दिखा जाता है उसमें केमिकल और अन्य मिश्रण मिलकर कि उस पानी को गंदा कर देते हैं उस में रहने वाले जीव जंतुओं को साथ में तक की जगह नहीं रहती। वहीं जहां पर लोग खाली जगह देख कर के प्लास्टिक फेंक देते हैं वह जगह बात नहीं एक बंजर जमीन में तब्दील हो जाती है।प्लास्टिक पेंट वाला खतरनाक है कि यदि कोई उस में लगा हुआ रंग अपने अंदर लेने दो उसके फेफड़े और दिल की धड़कनों पर इसका बहुत ज्यादा गहरा असर हो सकता है। कुछ इन्हीं कारणों से प्लास्टिक हो इतना बड़ा खतरनाक माना गया है । इसी कारण सरकार प्लास्टिक को देश में बैन करना चाहती है और प्लास्टिक के जगह पर दूसरी चीजों का उपयोग कराना चाहती है।

प्लास्टिक बैन:-

प्लास्टिक बैन होने के विषय पर चर्चा बहुत समय सो रहा था परंतु 2015 में नई सरकार के आते ही क्लासिक बेन के ऊपर बहुत बड़ी घोषणा की गई। यहां तक कि 2 साल तक प्लास्टिक बैग्स का मिलना भी असंभव हो गया था। प्लास्टिक बैग्स दुकान के विक्रेताओं द्वारा सबसे ज्यादा खरीदा और बेचा जाता था परंतु सरकार द्वारा बंद करने के बाद इसका उपयोग बहुत ज्यादा कम हो गया। सरकार द्वारा प्लास्टिक बैन होने के बाद प्लास्टिक का रेट इतना ज्यादा बढ़ा दिया गया क्यों उसको मुफ्त में देना किसी के लिए भी घाटे का सौदा था। क्लासिक एकाएक रेट बढ़ जाने के कारण से लोग प्लास्टिक को खरीदना बंद करने लग गए और धीरे धीरे प्लास्टिक का उपयोग कम होने लग गया।परंतु प्लास्टिक की फैक्टरियों को बंद करना इतना भी आसान नहीं था इसलिए सरकार ने उनके ऊपर सीन का आर्डर लगा दिया परंतु फिर भी कुछ ऐसे प्लास्टिक की कंपनियां थी जिनके पास हर प्रकार का लाइसेंस और इंश्योरेंस होने के कारण उनकी कंपनियों को बंद करवाना आसान नहीं रहा। 2016 के आते-आते तक लगभग सारी प्लास्टिक की बिक्री बंद हो गई और प्लास्टिक से देखभाल के लिए देश को छुटकारा मिल गया।

प्लास्टिक बैन के कारण लोगों को परेशानियां :-

प्लास्टिक के बैन होने के बाद लोगों को होने वाली परेशानियां और ज्यादा बढ़ गई क्योंकि प्लास्टिक के बिना किसी का काम हो ही नहीं पा रहा था।जहां लोग छोटी-छोटी थैलियों का उपयोग हर चीज में करते थे वहां प्लास्टिक मिलना बंद हो गई थी लोगों को इससे बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। यहां तक की प्लास्टिक का बड़ी-बड़ी कंपनियों द्वारा जो इस्तेमाल होता था उसमें भी रुकावट पैदा हो गई डॉक्टरों को भी दवाई की रपट के लिए प्लास्टिक नहीं मिल पा रहा था। इन सब परेशानियों को देखते हुए सरकार ने प्लास्टिक की बैन करने की घोषणा को कुछ सालों तक जारी रखने का आदेश दिया। प्लास्टिक के बैन होने के बाद लोगों के बीच में किसी भी सामान को खरीदने या फिर बेचने के लिए एक अच्छा साधन नहीं था इस कारण लोग बुरी तरीके से घाटे में जा रहे थे।यही सब देख कर के सरकार ने प्लास्टिक के बंद होने के ऊपर फिर से रोक लगाना बंद कर दिया और लोग धीरे-धीरे प्लास्टिक का उपयोग करने लग गए।प्लास्टिक का हानिकारक हो ना सब किसी को पता था परंतु फिर भी प्लास्टिक के बिना हर कुछ अधूरा अधूरा सा लगने लगा था।इन्हीं सब चीजों को देखते हुए सरकार ने इस चीज के ऊपर कढ़ाई करना कम कर दिया और प्लास्टिक के दाम को फिर से कम करने की घोषणा की।

निष्कर्ष:-

प्लास्टिक देश का एक ऐसा खतरा है जिसे हम जानबूझकर अपने पास रखते हैं परंतु प्लास्टिक के वजह से होने वाले खतरों को हम अगर नजरअंदाज करते रह गए तो एक दिन समस्या इतना ज्यादा बढ़ जाएगी किस का हाल किसी के पास नहीं है।प्लास्टिक को बैन करने के लिए सरकार ने नेशनल टीवी पर बहुत सारे एडवर्टाइजमेंट कीजिए जिनके अंदर उन्होंने प्लास्टिक के होने वाले खतरे और जानवरों के खाने पीने की वजह से प्लास्टिक को बंद करने की कोशिश की परंतु फिर भी प्लास्टिक देश से बैन नहीं हो पाया।हालांकि प्लास्टिक के वजह से होने वाली परेशानियां दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है लेकिन लोगों को अपने सुख सुविधा की ज्यादा चिंता है।इसी कारण से सरकार ने प्लास्टिक का उपयोग करने की पूरी छूट दे दी है और होने वाले खतरे को खुद से ही झेलने के लिए छोड़ दिया है। यदि हम सब चाहे तो धीरे धीरे से करके ही भले परंतु प्लास्टिक का उपयोग करना बंद कर सकते हैं प्लास्टिक के जगह पर हम कागज या फिर कपड़े के बने थैलियों का उपयोग करें तो हानि नहीं होगी।

FAQ:-

1. देश में प्लास्टिक कब और कितने सालो के लिए बैन किया गया था?

उत्तर:- देश में प्लास्टिक 2015 में नए सरकार के आने पर 2 साल तक के लिए बैन करा दिया गया था ।

2. प्लास्टिक से किन-किन प्रकार के खतरा है?

उत्तर:- प्लास्टिक के ज्यादा उपयोग करने के कारण लोगों को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है जैसे कि यदि उसे कोई जानवर खाता तो उसके पेट में फंसकर वह उसे नुकसान कर सकता है,पानी में फेंके जाने पर पानी का स्त्रोत गंदा हो सकता है, जमीन बंजर हो सकता है आदि जैसी परेशानियां हो सकती है।

3.प्लास्टिक को बैन करने के लिए सरकार ने क्या किया?

उत्तर:- प्लास्टिक को बैन करने के लिए सरकार ने प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगा दिया और उसके दाम को एक से ₹2 बढ़ा दिया।

4.प्लास्टिक के जगह हम किन चीजों का उपयोग कर सकते है?

उत्तर:- प्लास्टिक के उपयोग के जगह पर हम सब कागज से बनी थैली आया फिर कपड़े सेवली थैलियों का उपयोग कर सकते हैं जिससे प्लास्टिक पर रोकथाम लगेगी।