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Essay on Tourism in India in Hindi

भारत देश के बारे में कौन नहीं जानता है, यहां हर कोई भारत देश के लोगों के व्यवहार और घूमने की जगहों को लेकर की हमेशा रोचक तत्व को जानते रहते हैं। वैसे तो भारत में घूमने फिरने के लाखों जगह है जहां पर मन को शांत कर देने वाला और दिल को खुश कर देने वाला ऐसा ऐसा दृश्य है जिसे देखकर मंकी जो तसल्ली है वह पूरी हो जाती है। यहीं तक नहीं भारत (Essay on Tourism in India in Hindi) में तो दूसरे देशों से भी लोग आकर यहां की सुंदरता का दर्शन करते हैं और मन को मोह लेने वाला मनोरम दृश्य को देखकर के प्रसन्न होते हैं। हर वर्ष भारत में विदेशों से आने वाले ऐसे लाखों पर्यटक है जो भारत की सुंदरता में अपनी अपनी टिप्पणी या और अपनी अपने विचारों की धारा समर्पित करते हैं।

वर्तमान समय में सबसे ज्यादा प्रसिद्धि पाने वाले देश का नाम भारत के नाम से ही जाना जा रहा है। घूमने फिरने के तो और भी लाखों जगह है परंतु जो प्रेम और सम्मान भारत में मिलता है वह कहीं नहीं। शायद यही कारण है कि लाखों की तादाद में हर साल यहां पर्यटकों की भीड़ लगती है और उनके हृदय को छू लेने वाला यह मनोरम दृश्य उन्हें हर वर्ष यहां खींच लाता है। ऐसे ही पर्यटकों का आना-जाना भारत देश में लगा रहता है परंतु पहले हम जानते कि किस प्रकार के पर्यटक और कैसी भावना लेकर के यहां पर आते हैं और उसे हमारे देश को क्या लाभ होता है?

कहा से आते है पर्यटक:-

भारत देश में ऐसे तो हर तरफ से ही लोगों का आना जाना और मेलजोल लगा रहता है। परंतु पर्यटकों (Essay on Tourism in India in Hindi) के आने जाने के लिए संसाधनों और वाहनों के जमा हुए भीड़ को देखकर हमें पता चल जाता है कि कहां कहां से कौन-कौन से पर्यटक हमारे देश को भ्रमण करने आ रहे हैं। पर्यटक यहां तक की उन देशों से भी भारत पहुंच जाते हैं जहां से यहां आना नामुमकिन के बराबर होता है।भारत कुछ है ही ऐसा जो लोगों को अपनी तरफ खींच लाता है।यहां का ताजमहल ,चार मीनार ,लाल किला यह सब ही मन को मोह लेने वाली एक ऐसी दृश्य है जो यदि कोई एक बार देख ले तो उनके मन में बस जाए। इतना ही नहीं यहां तो इतने सारे झंडों के स्त्रोत हैं जिसे देख कर के ही उसकी सुंदरता में डूब जाने को जी करता है।

हमारे भारत देश में पर्यटक हर दिशा और हर राज्य और हर क्षेत्र हर देश से आते हैं। ज्यादातर पर्यटक अमेरिका और दुबई के होते हैं। जो कि यहां पर भारत की सुंदरता को देख कर के अपने देश की सुंदरता को सुधारने का कार्य करते हैं। हालांकियहां की सुंदरता वहां पहुंचता नहीं पाती परंतु कुछ ऐसे दृश्यों को वह अपनी नजरों में उतार लेते हैं जो उन्हें वहां जाने के बाद कार्य आती है। घूमने फिरने की सलाखों नहीं परंतु भारत में अफ्रीका, जापान, चाइना ,वेस्ट बंगाल, बेंगलुरु, ऑस्ट्रेलिया ,इराक ,यहां तक कि यूरोप और ब्रिटेन जैसे बड़े देशों से भी लोग घूमने आते हैं।इन देशों से आने वाले लोगों को यहां आने के लिए जो साधनों की जरूरत पड़ती है वह वे खुद ही अपने पैसों से खर्च करके आते हैं।

पर्यटकों की सबसे पसंदीदा जगह भारत में:-

दुनिया भर में वैसे तो सबसे ज्यादा पर्यटक स्थान भारत को माना गया है परंतु पर्यटकों की भी यहां अपनी अपनी पसंद होती हैं। भारत में ऐसे तोघूमने की इतनी जगह है कि यदि कोई आदमी अपने जीवन भी निकाल ले तो भी सारे जगहों को यहां पर नहीं देख सकता।परंतु पर्यटकों की जो सबसे लुभावनी जगह है भारत में यह उनके लिए ही केवल यहां आते हैं और उसको देखते हैं। भारत के हिसाब से और पर्यटन जनसंख्या के हिसाब से भारत में सबसे ज्यादा पर्यटन जगह है-ताजमहल (आगरा), खुजराहों(छत्तीसगढ़), जगर्नाथपुरी (ऑर्रिशा), चारमीनार(हैदराबाद) ,लालकिला(दिल्ली), आदि जैसी जगहों पर पर्यटकों की सबसे ज्यादा भीड़ लगती है। ऐसे भी हैं जो भारत के और भी दूसरे मनोरम जगहों को देखना पसंद करते हैं।

पर्यटक वैसे तो हर वर्ष अलग ही अलग जगह पर घूमने के लिए आते हैं परंतु उनके द्वारा पसंदीदा जगहों में से कुछ ऐसे भी जगह है जो स्वयं भारत के लिए ही गर्व का स्वरूप है।भारत में ऐसे तो लाखों जगह है जहां पर पर्यटकों की भीड़ लगती है परंतु जहां पर सबसे ज्यादा फिर है उन जगहों के नाम हमने आपको बताएं। सबसे ज्यादा पर्यटकों की भीड़ लगने के कारण भारत के इतना सारा चर्चित और प्रसन्न चित्त देश माना गया है।

पर्यटको के आने से भारत को फायदा:-

भारत में वैसे तो पर्यटकों के आने से बहुत सारे फायदे हैं परंतु जो फायदे सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण और देश के हित में है।पर्यटकों के आने से भारत का वैसे तो एक तरह से प्रसिद्धि हो रही है हर देश और विदेश में।दूसरी ओर पर्यटकों के आने के कारण ही देश में होने वाली सब सुख सुविधाओं के चर्चे बाकी दूसरे देशों में भी किए जा रहे हैं। पर्यटकों के आने से भारत के आर्थिक स्थिति में भी बढ़ोतरी होती है।अब मन में यही सवाल उठेगा कि पर्यटकों के आने से हमारे आर्थिक स्थिति में कैसे बढ़ोतरी होगी? पर्यटक (Essay on Tourism in India in Hindi) के कारण हमारे देश की आर्थिक स्थिति में भी बढ़ोतरी हो रही है जैसे कि पर्यटक देश विदेश से हमारे देश भारत घूमने आते हैं और अपने साथ अपने देश के पैसे लाते हैं। वह पैसा भारत के मुद्राओं से दुगना या 3 गुना ज्यादा होता है जिसे वे जमा कराकर भारतीय मुद्राएं लेते हैं। तो जिस कारण भारत के आर्थिक स्थिति में भी बढ़ोतरी हो रही है। दूसरी ओर से देखा जाए तो भारत के सभी घूमने फिरने वाले जगहों की बातचीत हर देश में चल रही है यहां के संस्कार और व्यवहारों की बातें हर किसी को बताए जाने के लिए भी पर्यटक की बहुत सारी जरूरत होती है।

क्यों पसंद है पर्यटकों को भारत?:-

जैसे की हम सब जानते हैं भारत इतना मनोरम देश है यहां अगर कोई आ जाए तो उसका यहां से जाने को मन ही नहीं करता। यहां की हवाई, पेड़ पौधे ,झरने ,नदियां ,और लोगों का व्यवहार देख कर ही यहां हर वर्ष लाखों की तादात में दूसरे देशों से और दूसरे जगहों से लोग आते हैं।भारत की संस्कृति को देखकर ही दूसरे देशों में भी बौद्ध धर्म और आदि देवताओं की बातें की जाती है।हर वर्ष होने वाली पूजा में सम्मिलित होने के लिए लाखों पर्यटक यहां आते हैं क्योंकि वह सादृश्य उन्हें दोबारा देखने नहीं मिलता।भारत की एक और खासियत है जिस कारण पर्यटक यहां आते हैं वह है अतिथि देवो भावा जिसका अर्थ होता है मेहमान भगवान समान है। दूसरे देश से आने वाले पर्यटक ही हमारे देश के लिए मेहमानों का स्वरूप है।यहां के लोगों द्वारा किया गया उनका मान सम्मान उनके मन को छू जाता है जिस कारण वह हर बार यहां आना चाहते हैं।

उपसंहार:-

जैसे की हम सब ने देखा भारत में आने वाले पर्यटकों के द्वारा भारत को कई सारे फायदे मिलते हैं परंतु इन फायदों के लिए उनको लूटना या उनसे गलत व्यवहार करना गलत बात है।कई बार देखा गया है कि दूर विदेशों से आए हुए पर्यटकों को यहां के कुछ लुटेरे लोग लूट कर चले जाते हैं। जिस कारण भारत (Essay on Tourism in India in Hindi) के तारीफ के साथ-साथ यहां की कुछ गलत बातें भी दूसरे देश चली जाती है। इसमें हानि हमारी है। आमतोर पर लोग यहां पर अपने विचलित मन को शांत और सुंदर दृश्य को देखने आते हैं।परंतु यदि उनके साथ ऐसी कोई घटना हो जाए तो उनका मन और भी ज्यादा अशांत और परेशान हो जाता है। जिस कारण वह फिर उस द्वारा जगह पर नहीं जाते हैं। कुछ ऐसे ही लोगों के कारण भारत में अतिथि देवो भवाह का भी अनादर किया गया है। पर्यटकों को उठाकर अपने घर ले जाना और वहां उनके साथ दुर्व्यवहार करना कुछ लोगों की यही करतूतें देश को नीचे करने में लग जाता है।