Home अनुच्छेद Work At Height In Hindi | ऊंचाई में काम करना एक समस्या

    Work At Height In Hindi | ऊंचाई में काम करना एक समस्या

    work at height in hindi

    Work At Height In Hindi: आज मनुष्य अपनी इच्छाओं के अनुसार हर ऊंचाइयों को छूना चाहता है। इसका सीधा सा अर्थ यह है कि मनुष्य को आज कितनी भी ऊंचाई पर काम करना क्यों न पड़े, उसके लिये कुछ भी असंभव नहीं है। खूबसूरत दिखती, बड़ी-बड़ी इमारतें और मंजिलें ये सभी ऊंचाई में काम करने वाले लोगों का उदाहरण है। ऊंचाई में काम करने के लिए लोगों को कई सावधानियों को ध्यान देने की आवश्यकता पड़ती है। अकसर उँचाई में काम करने वाले लोगों को गंभीर चोटें लग जाती है, तो कई बार जान का खतरा बना रहता है। इस कार्य को करने के लिये अच्छी सुरक्षा की जरूरत होती है जिसे कंपनी द्वारा प्रावधान किया जाता है।

    ऊंचाई में किये जाने वाले मुख्य काम जैसे ऊंची इमारत में रंगाई पुताई और मरम्मत का कार्य, टावर पर नेटवर्क जांच कार्य, सीढ़ी द्वारा ऊंची स्थानों में कार्य, माइंस में लिफ्ट पर किया गया काम आदि सभी काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं। 

    ऊंचाई में काम करने वाले लोगों को होने वाले खतरों के आंकड़े: (Statistics Of Hazards To People Working In Height)

    ऊंचाई में काम करने वाले लोगों के गिरने की घटना को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। इसके कुछ हैरान कर देने वाले आंकड़े शामिल है।  2016 में ओंटारियो में  11,495 लोगों को गिरने की वजह से गंभीर चोट लगी थी। आंकड़ों की माने तो प्रतिदिन प्रति श्रमिक गिरने की वजह से बहुत चोटिल हो जाते हैं। ऊंचाई से गिरने वाली प्रमुख आंकड़े में सीढ़ी से 40%, वाहन / लिफ्ट 17%, मशीनरी / संयंत्र  से 10%, प्लेटफॉर्म 10%, छत से 7%, वहीं लॉरी के पीछे से 35%, 31% एफएलटी कांटे से, 13% कैब स्टेप्स से, 9% एक वाहन के ऊपर से और 4% टैंकर चरणों से शामिल है।

    श्रमिकों को ऊंचाई में काम करने के लिए सबसे पहले अभ्यास करवाना चाहिए। इसके साथ यह भी ध्यान देना अति अत्यावश्यक है कि वे सही उपकरण और पूरी सुरक्षा के साथ ऊंचाई कर काम करें।

    ऊँचाई पर होने वाले कार्य का अर्थ:  (The meaning of action done at the height)  

    ऊँचाई पर होने वाले कार्य का अर्थ यह है की जो ऊँचे स्थानों पर किये जाते हैं या जिनमें ऊंचाई अनिवार्य रूप से शामिल होती है। जैसे ऊंची इमारतें बनना पहाड़ों को काटकर रास्ता बनना, टावर पर सिग्नल ठीक करना, बड़े होटल, कारखाने या मॉल्स बनाना जो की कई मंज़िलों के बने होते हैं तो हर मंजिल के बाद (Cesarean delivery for weight loss) ऊँचाई बढ़ती चली जाती है।  जिससे इस ऊँचाई पर किये गये कार्य  कठिन हो जाते हैं।

     ऊंचाई पर किए जाने वाले कार्यों में होने वाली कठिनाइयां: (Hardships that occur in the actions done on the height) 

    वह सभी कार्य जिनमें ऊंचाई अनिवार्य रूप से शामिल हो वो निरंतर कठिन होते चले जाते हैं, क्योंकि ऊंचाई बढ़ने के साथ हमारे कार्य करने की क्षमता में कमी आती जाती है और कठिनाई बढ़ती चली जाती है। जब किसी सामान को ऊंचाई तक पहुंचाना पड़ता है और हर चीज़ को ऊपर ले जाने के लिये हमें ताकत लगानी पड़ती है। जिससे मुश्किलें आती हैं। यह कार्य मशीनों के द्वारा किया जाना भी आसान नहीं होता है। मशीनों को भी वहां तक पहुंचाना पड़ता है  | जिसमें कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

    अधिक ऊंचाई पर काम करने क लिए की कई लोगों की आवश्यकता होती है जिससे लागत बढ़ती है। जिससे हमारे धन का भी अपव्यय होता है। इसके अलावा हमारी मेहनत भी अधिक खर्च होती है।

    ऊंचाई पर निर्माण कार्य की प्रक्रिया में आने वाली कठिनाइयां (Hardships Happening in the process of construction work on the height )

    ऊंचे स्थानों पर निर्माण कार्य आसान नहीं होता है। निर्माण कार्य करने के लिए हर स्तर पर अधिक मेहनत करनी पड़ती है। हर काम छोटे हिस्सों में होता है। जिससे अधिक समय लगता है और अधिक श्रम की आवश्यकता पड़ती है। अधिक श्रम करने के लिए या तो अधिक व्यक्ति होते हैं अथवा अधिक मशीनें होती हैं। जिससे खर्चे में वृद्धि हो जाती है। 

    निर्माण कार्य टुकड़ों में होता है। कुछ ऊंचाई तक काम होने के बाद उसकी मजबूती हो जाने पर ही अगले स्तर का काम प्रारंभ किया जाता है। कुछ इस प्रकार मंज़िलों की बिल्डिंग्स को तैयार किया जाता है। जिसके परिणामस्वरूप हर मंजिल के बाद कठिनाई का स्तर बढ़ता जाता है जिसमें साथ खतरा भी बढ़ता चला जाता है। 

    अधिकांश  ऊंचाई पर काम करने वाले लोग अपनी जान जोखिम में डालकर काम करना पड़ता हैं क्योंकि ऊँचाई पर काम करना सरल नहीं होता है। ऊंचाई पर काम करना किसी खतरे से कम नहीं होता है, इसमें जान जाने तक का खतरा बना रहता है। साथ ही अपंग होने की संभावना भी बनी रहती है।

    ऊंचाइयों पर निर्माण कार्यों में  असावधानी  के चलते हो रही दुर्घटनाएं  (Accidents happening due to carelessness in construction at heights.)  

    ऊंचाई पर निर्माण कार्यों के चलते असावधानी के कारण आज बहुत सारी दुर्घटनाएँ हो रही हैं। जो कि सावधानियां बरते हुए बचाई जा सकती हैं। परन्तु कुछ  असावधानियों के कारण यह दुर्घटनाएँ हो जाती हैं। तो कुछ दुर्घटनाओं में तो मजदूरों की मौत तक हो जाती है तथा कुछ घटनाओं में मजदूर का शारीरिक नुकसान हो जाता है। जैसे ऊंचाई से गिर जाना, लिफ्ट से फिसल जाना, ऊंची इमारतों में कांच का फ्रेम लगाना आदि।

    दुर्घटनाएं होने के का उदाहरण 

    जब बड़ी बिल्डिंग्स पर पेंटिंग का कार्य किया जाता है तो उस समय एक रस्सी पर बैठ कर पेंटर को काम करना पड़ता है। लेकिन जब रस्सी मज़बूत न हो तो  मजदूर की जान पर संकट बना रहता  है। कार्य में जरा सी भूल के कारण जान जाने की संभावना बढ़ जाती है।

    मानव द्वारा ऊँचाई पर निर्माण कार्य से समाज को मिला लाभ (Society got benefits from construction work on height by human)

    ऊंचाई (Run correctly to reduce weight) पर निर्माण कार्य करने से के कई लाभ होते हैं, जिससे कहीं का टूरिज्म बढ़ता है। इसके अलावा लोगों की आवश्यकता के अनुसार ऑफिस, बैंक, घर, फ्लैट आदि के लिये ऊँची इमारतें बनाई जाती हैं। 

    1. मकान बनाने में

    भारत में अत्यधिक जनसंख्या होने के कारण अनेक मकानों की आवश्यकता बढ़ती चली जा रही है। जिनको पूर्ति करने के लिए मकानों का निर्माण तेजी से हो रहा है। ऐसी स्थिति में जब कोई बिल्डिंग कई मंजिलों की बनाई जाती है जिसमें बहुत सारे लोग एक साथ रह सकते हैं। जिससे कि कम जमीन पर ही कई सारे परिवारों के रहने के लिए व्यवस्था हो जाती है। साथ ही ऊँची बिल्डिंग जब बनाई जाती हैं तो ऊंचाई से, भव्यता का भी समावेश हो जाता है जो देखने में अत्यंत सुंदर और भव्य प्रतीत होता है। 

    1. कलकारखानों की चिमनियों में

    किसी समान को तैयार करने के लिये बड़ेबड़े कल कारखाने बनाये जाते हैं जिनमें जनता के उपयोग के लिए अनेक उपयोगी चीजों का निर्माण किया जाता है जो भविष्य में सबके काम आती है। ऐसे ही कारखानों की चिमनियों के निर्माण के लिये ऊँचाई में कार्य किया जाता है।

    1. मोबाइल टावर में

    आजकल ऊंचाई के कार्यों में मोबाइल नेटवर्क के टावरों का निर्माण बड़ी संख्या में बहुत तेजी के साथ किया जा रहा है। जो कि हमें मोबाइल की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रयोग में आते हैं। यह टावर मजदूरों द्वारा मिलकर के एक दिन या दो दिन के अंदर पूरा का पूरा टावर बनाकर तैयार कर देते हैं। इस पर कई उपकरण लगाये जाते हैं जिनको लगाने के बाद हमारी संचार व्यवस्था सुचारू रूप से कार्य करना शुरू कर देती है। 

    1. पुराने इमारत

    इन कार्यों के अतिरिक्त अनेक निर्माण कार्य भव्यता प्रदान करने के लिए किये जाते हैं, जैसे कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा, ताजमहल, कुतुब मीनार ऐसे ही अनेक स्मारक और इमारतें जो भव्यता प्रदान करने के लिए बहुत ऊँची बनाई गई थी। इस कार्य द्वारा हमारी संस्कृति की पहचान बनी रहती है।

    ऊंचाई के कार्यों में हमारी संसद का निर्माण भी एक महान कार्य है। जिसका निर्माण अंग्रेजों के द्वारा किया गया था। संसद राष्ट्रपति भवन जैसे अनेक भव्य निर्माण कार्य हमारे सामने उपलब्ध है। यह सुंदर तथा ऊंची इमारतों का प्रतीक होती है।

    1. वर्तमान समय में बनने वाले इमारत

    इस प्रकार वर्तमान समय (loose weight quickly) में भी अनेक बड़ीबड़ी ऊंची बिल्डिंग बनाई जा रही है, जो कि देश में सुंदर इमारतों का प्रतीक बनकर उभर रही है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे बड़े भव्य रचनात्मक कार्यों को करने के लिए बहुत ही उत्सुक कार्य किये हैं। उन्होंने राम मंदिर के निर्माण के लिए भी बहुत ही अच्छी ऊंचाई तय कर रखी है जल्द ही मंदिर का निर्माण शुरू होने वाला ही है। जो पूरी दुनिया में एक आकर्षण का केंद्र बनेगी। 

    ऊंचाई में काम करने के लिए ध्यान रखने वाली सावधानियां (Precautions to be taken for working in height)

    ऊंचाई पर काम करने में होने वाली दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए कुछ सावधानियां करना आवश्यक हो जाता है। हमें उन सभी काम करने वालों की जीवन रक्षा हेतु कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। जैसे ऊंचाई पर काम करते समय यह सावधानियां ध्यान रखना चाहिए कि किसी प्रकार की कोई दुर्घटना न हो सके।

    1. ऊंचाई में हर जगह जहां पर गांठ बांधने का काम किया जाए उसको कई बार जांच लेना चाहिए। कि गाँठ सही लगी है कहीं रस्सी कमजोर तो नहीं है। जब कोई नट बोल्ट कसा जाता है तो उसको भी चेक कर लेना चाहिए कि कहीं कोई उसमें ढीला तो नहीं रह गया है बिल्कुल पूरी तरीके से सही है।
    2. कहीं पर भी फिसलन की चीजें नहीं होनी चाहिए ताकि जिससे पैर फिसल जाए और कोई नीचे गिर सकें। कोई भी भारी सामान किनारे की तरफ नहीं रखा जाना चाहिए। जिससे कि वो किसी और के ऊपर गिर जाए या कुछ दुर्घटना घटित हो जाये। जिसकी वजह से ऊंचाई पर काम करते समय अत्यधिक सावधान होकर के काम करने की आवश्यकता होती है
    3. जो मजदूर ऊंचाई पर रस्सी से लटककर काम करते हैं तो उस रस्सी को बाँधने से पहले हमेशा जांच लेना चाहिए। कि वो कहीं पर भी कमजोर तो नहीं हैं ताकि बाद में टूट करके नीचे न गिरे। हर व्यक्ति की जान की बहुत कीमत होती है और हर जान बहुत कीमती है। हमें हर जान की रक्षा करने की पूरी कोशिश करनी चाहिए। यही हमारा दायित्व बनता है और यही हमारा कर्तव्य है जिसे हमें पूरी सावधानी के साथ पूरा करना चाहिए। 
    4. अधिकतर यह देखा जाता है कि कॉन्ट्रैक्ट जब कोई लापरवाही बरतते हैं तभी कोई दुर्घटना होती है। तो हमारी सरकार भी कई बार लापरवाही बरतती हुई दिखाई देती हैं। जैसे वो किसी भी ऐसे कॉन्ट्रैक्टर को सजा देती हुई नहीं दिखाई देती है। वह भ्रष्टाचार में लिप्त किसी के जान की प्रवाह नहीं करती हैं। यद्यपि हमारे देश में इन सभी कार्यों के लिए पर्याप्त कानून की व्यवस्था होनी चाहिये। 

    निष्कर्ष

    हालाँकि ऊंचाई में काम करना किसी चुनौती से कम नहीं है। देश की अर्थव्यवस्था को ठीक करने के लिए तथा रोजगार के अवसर को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा लोगों से ऊंचाई पर काम करवाया जाता है। इनकी पूरी सुरक्षा की जिम्मेदारी कंपनी और सरकार उठाती है। आज हमारे देश में आधुनिकता की आवश्यकता है। ताकि देश तरकी की में अग्रसर हो सके। और इससे किसी भी इंसान की जान न जायें।