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Essay On Artificial Intelligence In Hindi

                      आज के इंटरनेट के जमाने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (essay on artificial intelligence in hindi) बहुत ही तेजी से काम कर रहा है| आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मतलब होता है कृत्रिम बुद्धि इंटेलिजेंस जो इंसानों द्वारा बनाया गया है| मशीनों को बेहतर बनाने के सोचने व समझने की क्षमता को बढ़ाना ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहलाता है।

                      आज के इंटरनेट के जमाने में आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस बहुत ही तेज़ी से काम कर रहा है।आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मतलब होता है, कृत्रिम बुद्धि या एक ऐसा इंटेलिजेंस जो इंसानों द्वारा बनाया गया है और इस इंटेलीजेंस का इस्तेमाल व्यक्ति मशीन को बेहतर बनाने के लिए करते है। एक इंजीनियर के लिए मशीन में सोचना एक बहुत ही उन्नत रूप माना जाता है।, इसमें एक ऐसा दिमाग बनाया जाता है जिसमें कम्प्यूटर सोच समझ कर इंसानों के तरह परिणाम निकाल सके। मशीनों की सोच आपको बिल्कुल इंसानों के सोच से मिलती जुलती मिलेगी। आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल देश और विदेश दोनों को विकाश की ओर ले जा रहा है। नई नई तकनीकों में से एक ये आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस बहुत ही अच्छा साबित रहा है, ये प्रोग्राम से हर व्यक्ति बहुत खुश है। ये आपके जीवन यापन को और भी आसान बनाता जा रहा है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत (Introduction Of Artificial Intelligence in Hindi)

कृत्रिम बुद्धि की शुरुआत 1950 के दशक में हुई थी| लेकिन इसको पहचान और महत्व 1970 में मिली। आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस के जनक जॉन में कार्तिक के अनुसार यह बुद्धिमान मशीनों द्वारा प्रदर्शित की गई इंटेलिजेंस है जो कि कंप्यूटर प्रोग्राम को बनाने का विज्ञान अभियांत्रिकी को बनाता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मतलब है बनावटी तरीकों से विकसित की गई बौद्धिक क्षमता। इसके जरिए कंप्यूटर सिस्टम प्रोबोट सिस्टम तैयार किया जाता है। आपकी किसी भी तर्कों का उत्तर या मानव मस्तिष्क के तरह देता है। ब्रिटेन में इसके लिए एल्वी नाम का एक प्रोजेक्ट बनाया। फिर यूरोपी संग के देशों ने भी अस्प्रित नाम से कार्यक्रम की शुरुआत की ।

                  कृत्रिम बुद्धि के क्षेत्र में पहली सफलता तब मिली जब 1957 में नेवल और साइमन द्वारा एक जनरल प्रोबलम सॉल्वर (जीपीएस) नामक नोबेल प्रोग्राम बनाया गया। इसके बाद 1983 में कुछ निजी संस्थाओं ने मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर लागू होने वाले बहुत सारे तकनीको का विकास किया, इसी प्रकार आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस को और बेहतर बनाते बनाते वर्तमान में इसकी मांग बहुत ज्यादा बढ़ गई है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैसे काम करता है (How Does Artificial Intelligence Work In Hindi)

                    आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस प्राकृतिक मनुष्य बुद्धि के जैसे ही मशीनों द्वारा प्रदर्शित बुद्धि है। कंप्यूटर विज्ञान के सर्वप्रिय कार्यक्रम में से एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी है, जो अपने पर्यावरण को देखकर तर्कों को देखकर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की कोशिश करता है।आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (essay on artificial intelligence in hindi) का प्रोग्राम बनाने के लिए प्रोग्रामिंग लैंग्वेज एंड मशीन लर्निंग इन सब चीजों को सीखना पड़ेगा जिस से बेहतर और सुरक्षित आर्टिफिशियल प्रोग्राम बना पाएंगे। कोई व्यक्ति अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फील्ड में काम करना चाहता है तो उसे प्रोग्राम लैंग्वेज का नॉलैज होना जरुरी है। प्रोग्राम लैंग्वेज का इस्तेमाल सबसे ज्यादा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में ही होता है अगर आप प्रोग्राम लैंग्वेज सीख जाते हैं तो तो आप एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बना सकते हैं।

                           आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल हम बहुत सारे दूसरे क्षेत्रों में भी कर सकते हैं जैसे कि यदि हमें कोई प्रश्न पूछना है और हमें उसका उत्तर नहीं पता तो हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से उसका उत्तर बहुत ही आसानी से जान सकते हैं। अगर हमें कहीं जाना है और वहां का जगह का लोकेशन नहीं पता तो हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मदद से चुटकियों में वहां का लोकेशन पता कर अपनी मंजिल तक पहुंच सकते हैं।

आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस के मदद से हम किसी भी प्रकार के प्रश्न का उत्तर जान सकते हैं चाहे वह गणित से जुड़े हो या विज्ञान से जुड़े हो या सामाजिक विज्ञान से जुड़े हैं। हमारे सभी प्रश्नों के उत्तर या हमें वीडियो एवं ऑडियो द्वारा बताता है। वर्तमान काल में सबसे ज्यादा फलदाई सिस्टम एप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा ही चलाया जा रहा है। इसकी कार्य क्षमता बहुत ही तीव्र गति से कार्य करती है जिस कारण हमें कठिन से कठिन प्रश्न का उत्तर चंद मिनटों में मिल जाता है इसी कारण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग दिन पर दिन भारत व अन्य देशों में बढ़ता जा रहा है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कि पहुंच भविष्य में (Future Of Artificial Intelligence In Hindi)

आज के प्रगतिशील वर्तमान में जहां हर चीज इतनी तेजी से विकसित हो रही है वही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (essay on artificial intelligence in hindi) की पकड़ दिन पर दिन एक देश से दूसरे देश उसी गति से बढ़ती जा रही है। आज के समय में ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने हर क्षेत्र में अपनी पकड़ बना ली है, यदि आज के समय को देखकर भविष्य की बात की जाए तो कुछ ही सालों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अपने स्तर को उस ऊंचाई तक ले जाएगा जहां किसी अन्य को सिस्टम का पहुंच पाना नामुमकिन सा होगा।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है जिस कारण हर एक चीज के लिए लोग उसकी मदद लेने लग गए हैं और उसकी मदद से अपने सारे कार्यों को सफल करते जा रहे हैं इसी कारण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दिन प्रतिदिन और ज्यादा तेजी से विकसित होता जा रहा है। वर्तमान में ही इसने अमेरिका यूरोप ईस्ट वेस्ट सभी देशों वह सभी कॉन्टिनेंट्स मैं अपनी पहुंच बना ली है और अपने उपयोग का एक साधन भी खोज लिया है|

आजकल लोग छोटी सी छोटी चीज के लिए भी डिजिटल तरीकों का सहायता लेने लगे हैं और हर डिजिटल तकनीक के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का होना बहुत जरूरी है। इसकी मांग बहुत ज्यादा बढ़ती जा रही है। वर्तमान में इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भविष्य में यह एक अलग स्तर पर पहुंच जाएगा। इसकी मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है आधारित युवकों में इसकी क्रेज बहुत ज्यादा है चाहे छोटा बच्चा हो युवक हो या फिर वृत्त ही क्यों ना हो वह सब अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के गुलाम बन चुके हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का महत्व (Importance Of Artificial Intelligence In Hindi)

                          हर एक प्रगतिशील देश के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का एक अलग ही महत्व बन चुका है किसी भी क्षेत्र के बढ़ते हुए पहलू को आगे बढ़ाने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहयोग रहा है। आधारित भारत के हर एक युवा पीढ़ी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर के एक अलग ही महत्वपूर्ण बन चुकी है। जहां हम देखते हैं आज के समय में हर तरफ हर कोई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (essay on artificial intelligence in hindi) के मदद से अपने कार्यों को सक्षम व सफल बनाने की होड़ में लगा हुआ है।

जैसे कि यदि किसी को किसी प्रश्न का उत्तर चाहिए हो तो वह अपने पुस्तक को ना देख कर के सबसे पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद लेता है और उसकी मदद से वह उचित उत्तर पाने में सफल होता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युवा पीढ़ी के लिए उतना ही महत्वपूर्ण हो गया है जितना किसी भी ठप ववसाय को चालू करने के लिए हो जाता है।

                         अविस्मरणीय आध्यात्मिकता के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का होना बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। आजकल हर कोई अपनी छोटी-छोटी जागरूकता के हिसाब से अपने उन कार्य क्षमता को बढ़ावा व सफल बनाने में पूर्ण सहयोग दे रहा है जिससे वे अपने कार्य को कम से कम वह ज्यादा से ज्यादा स्पष्ट और उचित बना सकें। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उनकी महत्वता को आगे बढ़ाते हुए युवाओं में अपने सर को ऊंचा कर रही है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की खामिया (Flaws Of Artificial Intelligence In Hindi)

                   आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग जितना ज्यादा महत्वपूर्ण है उसका बचाव भी उतना ही ज्यादा जरूरी हो जाता है। जिस प्रकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मानवों के द्वारा अपने सोचने व समझने की क्षमता को बढ़ाता जा रहा है आगे के समय में हो सकता है वह अपने सारे निर्णय खुद ले और मनुष्य के हर निर्णय में हस्ताक्षेप करें। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मनुष्य के लिए एक वरदान है परंतु किसी भी चीज का उपयोग हद से ज्यादा विनाशकारी होता है।

वर्तमान में ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अपना स्तर इतना ऊंचा कर चुकी है कि उसके उपयोग के बिना किसी का कोई भी काम नहीं हो पा रहा है क्या पता आगे के समय में यही मनुष्य को अपना गुलाम बना ले। बढ़ती आबादी व बढ़ता उपयोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अपने क्षेत्र में उच्च स्तर पर पहुंचा चुका है जहां बिना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग के मनुष्य कभी नहीं पहुंच सकता| माना जा रहा है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग इतना ज्यादा विनाशकारी हो सकता है कि वह मनुष्य से विद्रोह में अपनी गतिविधियां दिखाना शुरू कर दे।

                                        आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसा सिस्टम ऐप है जो अपने खुद के अंदर सोचने और समझने की क्षमता रखता है। वैज्ञानिकों द्वारा वर्तमान में इसके कृषि क्षेत्र औषधि क्षेत्र व चिकित्सा क्षेत्र में बदलाव आने के बहुत सारे संकेत लिखे गए हैं परंतु इसके लाभ की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अपने उपयोग के लिए ज्यादा से ज्यादा इंटरनेट की मांग करता है जिस कारण डाटा हैकिंग व डिटेल हैकिंग की समस्याएं हो सकती है।

अधिक से अधिक इंटरनेट के लिए 5G का विकास करना जरूरी होता जा रहा है। 5G के विकास के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधों को काटने की आवश्यकता पड़ सकती है| 5G के और भी बहुत सारे खतरनाक असर देखे जा सकते हैं जैसे पक्षियों का विलुप्त होना, मनुष्य के मस्तिष्क पर भारी प्रभाव पड़ सकता है। इन्हीं सब दुष्परिणामों के कारण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस खतरनाक व विनाशकारी साबित हो सकता है।

वर्तमान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उदाहरण (Present Examples Of Artificial Intelligence In Hindi)

                    वर्तमान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कई सारे उदाहरण देखे जा रहे हैं जैसे कि गूगल असिस्टेंट, गूगल ड्राइव, गूगल मैप, एलेक्सा, सीरी और रोबोट सोफिया आदि है। इसकी मदद से व्यक्ति अपने हर कठिन काम को आसानी से सफल बना सकता है। इन सबके अपने अपने निम्न लिखित कार्य है –

क. गूगल असिस्टेंट : गूगल असिस्टेंट एक ऐसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है जो आपके प्रश्नों का उत्तर माइक के सिस्टम मैं बोल कि वह सुन कर देती है। गूगल असिस्टेंट से पूछे गए प्रश्नों के उत्तर ऐप से जानकारी ढूंढ कर उसे स्पष्ट रूप में जमा कर हमें देती है। इसके उपयोग से व्यक्ति उस ऐप के अंदर गए बिना ही बाहर से ही अपने अज्ञात प्रश्नों के उत्तर पा लेता है।

ख. गूगल ड्राइव: गूगल ड्राइव एक ऐसा गूगल असिस्टेंट है जो लिखित कार्यों के लिए उपयोग में आता है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा सेट किया गया एक सिस्टम है जिसमें व्यक्ति बिना कुछ टाइप किए माइक के बटन को दबाकर अपने सभी प्रश्नों व क्रियाओं को लिख सकता है जैसे कि यदि हमें किसी शब्द को लिखना हो तो हम बिना बटन का उपयोग किए बिना माइक के ऑप्शन में जाकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उदाहरण को पूर्ण तरीके से देख सकते हैं।

ग. गूगल मैप: गूगल मैप एक ऐसा ऐप सिस्टम है जिसमें व्यक्ति किसी भी लोकेशन को आसानी से खोजकर उसके सटीक रास्तों से होकर अपनी मंजिल तक पहुंच सकता है। गूगल मैप के मदद से व्यक्ति किसी भी जगह वह व्यक्ति का पता लगा सकता है।

घ. एलेक्सा: एलेक्सा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा बनाया गया एक ऐसा मशीन है जिसमें व्यक्ति कुछ भी बोल कर उसका जवाब पा सकता है इसमें व्यक्ति गाने ऑडियो व न्यूज़ रिपोर्टिंग आदि भी सुन सकता है एलेक्सा की मदद से व्यक्ति घर के किसी भी कोने में बैठ कर उसका उपयोग कर सकता है।

ड. सीरी: सीरी आर्टिफिशियल असिस्टेंट निर्मित एक ऐसा ऐप है जो कि केवल एप्पल के प्रोडक्ट्स में ही उपलब्ध होता है यह भी बिल्कुल गूगल असिस्टेंट की तरह काम करता है सीरी में पूछे गए सारे सवालों के उत्तर गूगल द्वारा खोज कर बताए जाते है।

च. रोबोट सोफिया: रोबोट सोफिया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (essay on artificial intelligence in hindi) द्वारा बनाई गई इंसान जैसे दिखने बात करने और कार्य करने वाली एक रोबोट है। जोकि इंसानों के जैसे सोच समझ कर बात करती है। यह भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या बहुत अच्छा उदाहरण है।

निष्कर्ष

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस घातक परिणाम देखते हुए निष्कर्ष को भलीभांति समझ सकते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (essay on artificial intelligence in hindi) के अधिक उपयोग से हमारे आने वाले भविष्य में बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। बुद्धिमान व्यक्ति के लिए इसका कम से कम उपयोग ज्यादा बेहतर होगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षेत्र के कार्य के लिए बिल्कुल भी सही नहीं होगी इसलिए हमें इस को ज्यादा महत्व ना देते हुए केवल कठिन कार्य में उपयोग करना चाहिए।

धन्यवाद

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